गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: भोरे थाना क्षेत्र के छठियांव पंचायत के मुखिया के बेटे पर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने आरोपी अधिवक्ता को गिरफ्तार कर लिया। जिसे पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अधिवक्ता की पहचान महानंद मिश्र के रूप में की गई।
बता दें कि 26 नवंबर को छठियांव पंचायत के मुखिया कृष्ण कुमार मिश्र उर्फ चुन्नू मिश्र के बेटे मनीष कुमार मिश्र अपनी गाड़ी से भोरे जा रहे थे। जैसे ही धरीक्षण मोड़ पर पहुंचे पूर्व से ही घात लगाए दो बाइक पर सवार अपराधियों ने मुखिया पुत्र की गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। हालांकि इस घटना में मनीष मिश्र बाल-बाल बच गए। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मौकेसे दो जिंदा कारतूस एवं एक खोखा बरामद किया था।
मुखिया के बेटे ने स्थानीय थाने में डिघवा गांव के अधिवक्ता महानंद मिश्र, शैलेंद्र बहादुर मिश्र, सूर्यदेव प्रताप प्यासी, अजय मिश्र, गोलू मिश्र और सुनील यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कराई थी। इसके बाद एसपी स्वर्ण प्रभात ने एसडीपीओ अनुराग कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया।
टेक्निकल सेल की मदद से एसआईटी ने अधिवक्ता महानंद मिश्र को गोपालगंज से गिरफ्तार कर लिया जिन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
क्या कहते हैं अधिकारी
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि तकनीकी व मानवीय सूचना के आधार पर भोरे थाना क्षेत्र के डीघवा गांव निवासी महानंद मिश्र को 19 जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ के क्रम में पता चला कि छठियांव निवासी कृष्ण कुमार मिश्रा उर्फ चुन्नू मिश्रा जो छठियाव पंचायत के वर्तमान मुखिया से इनकी दुश्मनी है। गिरफ्तार अधिवक्ता के पास से जिंदा 19 कारतूस, 4 पिस्टल हॉलेस्टर (कवर) , 1 मोबाइल बरामद किया गया।