Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड शहर की 36 लाख आबादी की प्यास बुझाने वाली जीवनदायनी पवना बांध 100% लबालब भर चुका है। दो बार बांध से पानी भी छोडा जा चुका है। वर्षों की परंपरा रही है कि पिंपरी चिंचवड पालिका प्रशासन की ओर से जलपूजन किया जाता है। महापौर अपने हाथों से पवना माता के पानी का जलपूजन करते आए हैं। पिछले डेढ साल से पालिका में प्रशासक राज कायम है। इसलिए पालिका प्रशासन का दायित्व बनता है कि आयुक्त शेखर सिंह अथवा उनकी टीम के कोई होनहार अधिकारी जलपूजन करता। मगर जब प्रशासन का इसके प्रति उदासीन रवैया को शहर के पत्रकारों ने देखा तो वे आगे बढ़े और कल 3 सितंबर रविवार के दिन जाकर पवना माई के जल का पूजन किए।
पिंपरी चिंचवड शहर पत्रकार संघ की ओर से संस्थापक अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार बापूसाहेब गोरे,शहर अध्यक्ष दादाराव आढाव,वरिष्ठ उपाध्यक्ष संतलाल यादव,बाबू उर्फ सुनील कांबले, कलिंदर शेख, गणेश शिंदे, जीतेंद्र गवली, गणेश शिंदे, मुकेश जाधव, विनय लोंढे, संतोष जराड, प्रचार प्रमुख यूनुस खतीब जलपूजन कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
प्रतिवर्ष यह भी परंपरा देखने को मिलती थी कि मावल लोकसभा के शिवसेना सांसद श्रीरंग अप्पा बारणे पवनामाई का जलपूजन करने जाते थे। इस वर्ष बारणे भी अपनी ही परंपरा को खंडित किया। रविवार अवकाश का दिन था। पर्यटक लोनावला,खंडाला,पवना बांध परिसर में बारिश का लुप्त उठाने आते है। लेकिन रविवार के दिन बारिश न होने के कारण पर्यटक मायूस नजर आए। पवना परिसर में गर्मी व उमश जैसे हालात दिखे।
प्रशासनिक शासनकाल में भूल गये जलपूजन
जब पालिका में कोई जन प्रतिनिधि होता था तो पवना बांध के 100 फीसदी भर जाने के बाद महापौर बांध पर जाकर विधिवत जलपूजन करते थे। हालांकि, 12 मार्च 2022 से नगर निगम भंग हो चुका है और प्रशासनिक व्यवस्था जारी है. प्रशासनिक नियम के तहत आयुक्तों या अधिकारियों द्वारा पिछले साल से जलपूजा को तोड़ दिया गया है। सवाल उठ रहा है कि क्या इस साल भी जलपूजन नहीं होगा। हर साल पवना बांध 15 अगस्त तक 100 प्रतिशत भर जाता है। इस साल यह छह दिन लेट यानी 21 अगस्त को भरा है। यह पानी पिंपरी-चिंचवड़ शहर के लिए एक साल के लिए पर्याप्त है। पिंपरी-चिंचवड़ पत्रकार संघ की ओर से इसका निरीक्षण और जल पूजन किया गया।