Mumbai News मुंबई(व्हीएसआरएस न्यूज) अतीत में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक छगन भुजबल, जो अब मंत्री हैं, बीड रैली में शरद पवार पर हमला करने में सबसे मुखर थे। उन्होंने उन पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का उपयोग करके भाजपा के साथ बातचीत करने और बाद में पीछे हटने का आरोप लगाया था। भुजबल ने पूछा, मैं आपसे 2014 से आज तक की घटनाओं के बारे में पूछना चाहता हूं। आपने अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल, जयंत पाटिल को दिल्ली जाने, चर्चा करने और मंत्री पद के साथ-साथ विधायक और सांसद की सीटें भी मांगने को कहा। यहां तक कि जयंत पाटिल भी उस सूची में थे, अब क्या हुआ?
शरद पवार ने अजित पवार के ही विधानसभा क्षेत्र में की थी सार्वजनिक रैली
उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग पवार के मंच से भाषण दे रहे हैं, वे सभी भाजपा से हाथ मिलाने वाले पत्र पर हस्ताक्षरकर्ता हैं। यह भुजबल का विधानसभा क्षेत्र येओला था, जहां अजित पवार और उनके समर्थक नेताओं के विद्रोह के बाद पार्टी का पुनर्निर्माण करने की घोषणा के बाद पवार ने पहली सार्वजनिक रैली की थी।भुजबल ने आरोप लगाया, येओला में, आपने मुझे टिकट देने के लिए लोगों से माफ़ी मांगी। लेकिन उस स्थिति में आप कितनी बार माफ़ी मांगेंगे? भंडारा से कोल्हापुर तक? क्योंकि सभी 54 तैयार थे। यह आप ही थे जिन्होंने हमें यह रास्ता दिखाया।
भुजबल ने कहा, यहां एकत्र हुए लोग अपने आप में इस बात का सबूत हैं कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अजित दादा के साथ है और राकांपा अध्यक्ष अजित दादा हैं। उन्होंने दोहराया कि सभी राकांपा विधायकों ने भाजपा को समर्थन देने वाले एक पत्र पर हस्ताक्षर किए थे, उन्होंने दावा किया कि यह शरद पवार ही हैं जो 2014 से हमें भाजपा की ओर धकेलने का यह तरीका दिखा रहे हैं। इस बीच विपक्ष की ओर से बनाए गए गठबंधन आईएनडीआईए (इंडिया) की ओर से दावा किया जा रहा है कि शरद पवार सहित सभी नेता भाजपा को 2024 में सत्ता से हटाने के लिए एकजुट होकर तैयारी कर रहे हैं।