Pune News पुणे (व्हीएसआरएस न्यूज) एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल को उनकी शादी की सालगिरह पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नोटिस जारी किया है। उन्हें पूछताछ के लिए पेश होने को भी कहा गया था। इस पर विधानसभा नेता प्रतिपक्ष और एनसीपी विधायक अजित पवार ने प्रतिक्रिया दी है। नोटिस का जवाब देना उन लोगों का कर्तव्य है जिन्हें नोटिस मिला है। इसलिए जयंत पाटिल उस नोटिस का जवाब देंगे, अजीत पवार ने अपनी राय व्यक्त की। वे शुक्रवार (12 मई) को पुणे में पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल पर बोल रहे थे।
अजित पवार ने कहा, ’मैं और जयंत पाटिल संपर्क में नहीं रहे हैं। हम फलटण अमृत महोत्सव में साथ थे। वहां हमने राजराजन के यहां साथ में डिनर भी किया। उन्हें तब तक ईडी का नोटिस नहीं मिला था। ईडी के नोटिस के बारे में मुझे जानकारी नहीं है। मैं जयंत से जानकारी लूंगा और इस संबंध में जवाब दूंगा।
हमने देखा है कि पूर्व में मुझसे संबंधित विभिन्न लोगों को ईडी के नोटिस जारी किए गए हैं। अंत में सीबीआई, ईडी, एनआईए, आईटी, एसीबी, सीआईडी, पुलिस जैसी विभिन्न जांच एजेंसियों को जांच करने का अधिकार है। यह नोटिस प्राप्त करने वाले लोगों का कर्तव्य है कि वे उस नोटिस का जवाब दें। इसलिए जयंत पाटिल उस नोटिस का जवाब देंगे, अजीत पवार ने अपनी राय व्यक्त की।
नाना पटोले ने उद्धव ठाकरे से पूछे बिना विधानसभा अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा
इस बीच विधानसभा अध्यक्ष पद से नाना पटोले के इस्तीफे पर अजीत पवार ने कहा, ’सुप्रीम कोर्ट ने विपक्ष की नियुक्ति से लेकर कई बातें गलत कही हैं। लेकिन आगे क्या हुआ? इनमें हमारे तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने इस्तीफा दे दिया था। वह इस्तीफा तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से पूछे बिना दिया गया था। इस्तीफा देने के बाद जानकारी दी। एक के लिए, उन्हें इस्तीफा नहीं देना चाहिए था। इस्तीफे के तुरंत बाद दोबारा विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराकर मामला खत्म कर देना चाहिए था। दुर्भाग्य से हम सभी ने ऐसा नहीं किया।