मुंबई(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र के कद्दावर नेता एकनाथ खडसे के राष्ट्रवादी में प्रवेश के बाद अब भाजपा में भगदड मच गई है। अब मीरा भाईंदर की विधायक गीता जैन भाजपा का साथ छोडकर शिवसेना का दामन पडकने जा रही है। ऐसे कई भाजपा के पूर्व विधायक,पदाधिकारी,नगरसेवक भाजपा का दामन छोडकर राकांपा,शिवसेना में जाने के लिए तैयार है।
निर्दलीय चुनाव जीतने के बावजूद गीता जैन की गिनती बीजेपी समर्थक विधायक के रूप में थी। वह पिछले लगभग एक साल से इस भरोसे बैठी थीं कि बीजेपी में उनकी सुध ली जाएगी और मीरा मीरा भाईंदर बीजेपी की कमान उनके राजनीतिक प्रतिद्वंदी पूर्व विधायक नरेंद्र मेहता के हाथ से निकाल कर उन्हें थमा दी जाएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। गीता जैन के करीबी लोगों का कहना है कि तमाम लांछनों के बावजूद अगर देवेंद्र फडणवीस नरेंद्र मेहता का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं, तो गीता जैन के पास बीजेपी से दूर जाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
बहरहाल,गीता जैन का प्रवेश शनिवार को हो या रविवार को, यह तो तय माना जा रहा है कि बीजेपी से उनका कनेक्शन टूट कर शिवसेना से जुड़ चुका है। शिवसेना से कनेक्शन जोड़ने की जो बड़ी वजह बताई जा रही हैं, उनमें एक सबसे बड़ी वजह यह है पिछले एक साल से बीजेपी अपने विधायकों और समर्थकों को सत्ता में लौटने का जो सपना दिखाती आ रही है, वह अब पूरा होता नहीं दिख रहा, क्योंकि महा विकास अघाड़ी सरकार दिन पर दिन मजबूत होती जा रही है।
कुछ विधायक छोड़ सकते हैं बीजेपी
एकनाथ खडसे के बीजेपी छोड़कर एनसीपी में शामिल होने के बाद यह संभावना भी बढ़ गई है कि आज नहीं, तो कल खडसे समर्थक कुछ विधायक बीजेपी छोड़कर महाविकास अघाड़ी में शामिल हो सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो महाविकास अघाड़ी की सरकार को गिराना बीजेपी के लिए और मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में हर विधायक को अपने क्षेत्र के विकास कामों के लिए सत्ता पक्ष की मदद की आवश्यकता महसूस होने लगी है।