Pcmc News पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) चुनाव आने पर बीजेपी किसी भी हद तक जा सकती है। जो नेता आईसीयू में हैं उन्हें मंच पर लाया गया। गिरीश बापट जब आईसीयू में थे तब उन्हें ऑक्सीजन ट्यूब लगाकर प्रचार करने लाया गया था, बीजेपी को लोगों को शर्म आनी चाहिए। आदमी गंभीर है और इनको राजनीति करनी है। भाजपा अपने स्वार्थ के लिए किसी निचले हद तक जा सकती है। भाजपा के नेतओं को चूल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। ऐसा अजित पवार ने भाजपा को निशाने पर लिया। वे पिंपरी-चिंचवड़ शहर के पिंपले निलख में नाना काटे के अभियान के लिए आयोजित सभा में बोल रहे थे।
अजीत पवार ने विभिन्न प्रचार सभाओं में जमकर भड़ास निकाली और भाजपा की आलोचना की। उन्होंने कहा कि चुनाव आते ही बीजेपी कहीं भी चली जाती है। चुनाव आते हैं तो आईसीयू के नेताओं को मंच पर लाते हैं। गिरीश बापट आईसीयू में थे। आक्सीजन की नलियां डाली गईं और प्रचार के लिए उनको बाहर निकाला गया। शर्म व्यक्ति की नहीं मन की होनी चाहिए। यह कहकर अजित पवार ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। स्वर्गीय लक्ष्मण जगताप को अस्पताल में रहने के दौरान विदेश से एक महत्वपूर्ण इंजेक्शन लगाया गया था। उन्हें बचाने का प्रयास किया। लोग जोड़ने के लिए होते हैं, तोड़ने के लिए नहीं। बीजेपी को यह याद रखना चाहिए। भाजपा लोगों का इस्तेमाल करती है। दिवंगत मुक्ता तिलक,लक्ष्मण जगताप को राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में अपने फायदे के लिए एंबुलेंस में ले जाया गया था। अजित पवार ने जनता से अपील की है कि बीजेपी को अपनी ठिकाने लगाए।
उन्होंने आगे कहा कि सत्ता पक्ष महंगाई और बेरोजगारी पर संतोषजनक जवाब नहीं दे रहा है। हमने जून में देखा कि कैसे राज्य में सरकार सत्ता में आयी। राज्य में तोड़-फोड़ की राजनीति चल रही है। वैचारिक रुख को दरकिनार किया जा रहा है। नागरिकों की समस्याओं की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे ने शिवसेना को महाराष्ट्र के कोने-कोने में पहुंचाया। शिवसेना की स्थापना मराठी लोगों के समर्थन के लिए की गई थी। शिवसेना को नाम प्रबुद्ध ठाकरे ने दिया था। यह इतिहास है। बालासाहेब ने पंतापरी, रिक्शा चालक को विधायक,सांसद,मुख्यमंत्री बनाने का काम किया। जिनके पिता ने शिवसेना की स्थापना की थी। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और युवा प्रमुख के तौर पर आदित्य ठाकरे जिम्मेदारी संभालेंगे। यह बात बालासाहेब ठाकरे ने शिवाजी पार्क के साक्षी स्टैंड पर खड़े महाराष्ट्र से कही। लेकिन जिन्हें शिवसेना ने पाला था,वो पूरी शिवसेना हडप ली। महापुरुषों ने हमें यह नहीं सिखाया। आप अपने स्वार्थ के लिए कितनी अति करेंगे?