मीरगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: मीरगंज मेन रोड के निवासी शैलेंद्र केसरी के पुत्र पार्थ कुमार की डेंगू से आज मौत हो गई पार्थ को बेहतर इलाज के लिए कल ही गोरखपुर ले जाया गया था जहां आज उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
मामले में बताया जाता है कि वार्ड नंबर 3 के निवासी शैलेंद्र केसरी जनरेटर संचालन का व्यवसाय करते हैं।करीब चार दिन पहले उनके बड़े बेटे 10 वर्षीय पार्थ को बुखार हुआ था। उन्होंने पहले उसका स्थानीय स्तर पर इलाज कराया तथा सीबीसी और डेंगू का जांच कराया गया जिसमें डेंगू पॉजिटिव निकला था। इस बीच इलाज के दौरान ही बच्चे की हालत खराब होने के बाद परिजन रविवार को पार्थ को इलाज के लिए आनन-फानन में गोरखपुर लेकर चले गए थे। आज उसका प्लेटलेट्स गिरकर 20 हजार से भी कम हो गया था और इसी दौरान उसका मौत हो गया।
परिजनों ने निजी डॉक्टर पर इलाज में कोताही और देर से छोड़ने का लगाया आरोप।
सोमवार की सायं पार्थ का शव आते ही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया एक तरफ जहां उसकी मां पछाड़ खा खा कर बेहोश हो जा रही थी, वही उसका छोटा भाई बिलख बिलख कर रो रहा था।
परिजनों का कहना था कि यदि स्थानीय निजी चिकित्सक उन्हें पहले ही रेफर करने की बात कह दी होती तो आज उनका पार्थ जिंदा रहता। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि बगैर मूलभूत जरूरी मेडिकल संसाधनों के बिना डॉक्टरों को मरीजों को बहला-फुसलाकर रखना उनकी जिंदगी से खिलवाड़ करना जैसा है।