Pcmc पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) बस रैपिड ट्रांसपोर्ट (बीआरटी) मार्ग से बड़ी संख्या में निजी वाहनों की घुसपैठ को रोकने के लिए बीआरटी स्टेशनों पर स्वचालित बूम बैरियर लगाए गए हैं। बीआरटी रूट पर यात्रा को तेज और सुगम बनाने के लिए विभिन्न मार्गों पर 148 स्थानों पर बूम बैरियर लगाए जाएंगे। पहले चरण में 12 जगहों पर बैरियर पर कैमरे लगाए गए हैं और इससे निजी वाहनों की संख्या का पता चल सकेगा। इससे बीआरटी रूट से घुसपैठ करने वाले निजी वाहनों के खिलाफ कार्रवाई का मार्ग प्रशस्त होगा।
तेजी से सार्वजनिक परिवहन के लिए पुणे और पिंपरी चिंचवड में बीआरटी योजना लागू की गई है। इस मार्ग का उपयोग केवल पीएमपी वाहनों द्वारा किए जाने की उम्मीद है। हालांकि, निजी वाहन इस मार्ग से घुसपैठ करते हैं। इसलिए बीआरटी की मंशा से खिलवाड़ किया जा रहा है और रफ्तार भी प्रभावित हो रही है। निजी वाहनों की घुसपैठ के कारण हुए घातक हादसों की भी खबरें हैं। पिछले कुछ महीनों में निजी वाहनों की घुसपैठ को रोकने के लिए पीएमपी प्रशासन द्वारा उपाय किए गए हैं। इसके बाद भी निजी वाहनों की घुसपैठ बंद नहीं होने के कारण अब बूम बैरियर लगाए जा रहे हैं। पीएमपी ने पहले ऐसा प्रयोग किया था। हालाँकि, वह अपू प्रणाली के कारण सफल नहीं हुआ।
स्वचालित कैमरे बीआरटी मार्ग में प्रवेश करने वाले निजी वाहनों की तस्वीरें लेंगे। ट्रैफिक पुलिस को सूचित किया जाएगा, पीएमपी प्रशासन ने कहा। फिलहाल यह उपाय 12 जगहों पर लागू किया गया है। कुल 148 ऐसे कैमरे लगाए जाएंगे। वाहन के कैमरा रूम में प्रवेश करने पर वाहन की तस्वीर और नंबर दर्ज किया जाएगा।
पीएमपी के बेड़े में वर्तमान में 1,500 वाहन हैं। इन सभी गाड़ियों के नंबर कैमरे में रिकॉर्ड हो गए हैं। इसलिए इस रूट पर पीएमपी के काफिले के वाहन चल सकेंगे। हालांकि, पीएमपी के अलावा अन्य निजी वाहन जो बीआरटी मार्ग में प्रवेश करते हैं, कुछ ही सेकंड में स्वचालित रूप से पंजीकृत हो जाएंगे। पीएमपी ट्रैफिक पुलिस को इसकी सूचना देगा। उनकी तस्वीरें भी उपलब्ध होंगी। पीएमपी ने दावा किया कि इससे बीआरटी रूट पर निजी वाहनों की घुसपैठ रुकेगी।
पीएमपी ने इससे पहले बीआरटी रूट में घुसपैठ को रोकने के लिए ऐसा प्रयोग किया था। इसके बाद वार्डन की नियुक्ति की गई। लेकिन घुसपैठ नहीं रुकी। अब इस प्रयोग को फिर से नए रूप में लागू किया जाएगा। हालांकि सवाल यह है कि क्या बीआरटी के रूटों पर घुसपैठ रुकेगी।