गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: भारतीय रिजर्व बैंक, लोकपाल कार्यालय पटना ने रिजर्व बैंक एकीकृत लोकपाल योजना 2021 से सम्बंधित टाउन हॉल मीटिंग का आयोजन ज़िला परिषद सभागार में किया। उक्त कार्यक्रम में आरबीआई बिहार के ओम्बड्समैन राजेश जयकांत ने ज़िला पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।
इसके बाद ओम्बड्समैन राजेश जयकांत ने उक्त योजना पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। इसी क्रम में रिजर्व बैंक-एकीकृत लोकपाल योजना के बारे में ज़िला पदाधिकारी ने भी अपना विचार प्रस्तुत किया गया।
इस दौरान रिजर्व बैंक एकीकृत लोकपाल योजना की विशेषताओं एवं लाभ पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि इसके तहत एक राष्ट्र एक लोकपाल पद्धति का प्रावधान किया गया है। साथ ही साथ मौजूदा तीनों लोकपाल योजनाओं को साथ लाना जिससे ग्राहक सुरक्षा और शिकायत निवारण में वृद्धि हो सके। इस दौरान यह भी बताया गया कि इसके अंतर्गत इसका दायरा वृस्तृत होगा।
जिसके अंतर्गत समस्त वाणिज्य बैंक, आरआरबी, अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक, एनबीएफसी- डी एक सौ करोड़ एवं उससे अधिक की परिसम्पत्ति वाले एनबीएफसी-एनडी, और गैर बैंक भुगतान प्रणाली प्रतिभागी और 50 करोड़ एवं उससे अधिक के जमा आकार वाले गैर अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक होंगे। इसके तहत अन्य सभी विनियमित संस्थाओं को चरणबद्ध तरीके से रिजर्व बैंक एकीकृत लोकपाल योजना के अंतर्गत लाया जाना है। साथ ही साथ शिकायतों की जांच और प्रारम्भिक प्रोसेसिंग के लिए केंद्रीयकृत रेसिष्ठ और प्रॉसेसिंग केंद्र स्थापित किया गया है। साथ ही साथ शिकायत की स्थिति की जानकारी ऑनलाइन प्राप्त करने की सुविधा प्रदान की गई है। शिकायत का पंजीकरण होने पर शिकायतकर्ता के मोबाइल नम्बर एवं ईमेल पर स्वतः पावती भेज दिया जाएगा। रिजर्व बैंक एकीकृत योजना के लाभों के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि यह एकल सन्दर्भ बिंदु पर आधारित है।इसके तहत विभिन्न विनियमित संस्थाओं के ग्राहकों के लिए समाधान में एकरूपता की बात कही गयी।
इसके अधिक त्वरित निष्पादन, वर्चुअल मोड, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुलह बैठके, बातचीत, सहायत सूचना के लिए टोल फ्री नम्बर मुहैया कराना,मुआवजे के लिए मौद्रिक सीमा जैसे लाभो के बारे में जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में कार्यक्रम में आरबीआई बिहार के डिप्टी ओम्बड्समैन राजेश बरवा, डीजीएम एसबीआई पी.के सिंह, आरएम सीडीआई अविनाश कुमार, डीजीएम केनरा बैंक संजीव सक्सेना, डीजीएम यूनियन बैंक जितेंद्र चौधरी, डीजीएम पीएनबी बीरेंद्र चौधरी, एजीएम बैंक ऑफ इंडिया देवदुहा, एलडीएम विकास कुमार, डीडीएम नाबार्ड अनुपम लाल कुसुमाकर मौजूद रहे।