Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे मंडल के 54 गांव और 342 वाडी इस गर्मी में पानी की कमी का सामना कर रहे हैं। इन गांवों में कुल एक लाख 23 हजार 476 लोगों को फिलहाल टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की जा रही है। इसमें तीन जिलों पुणे,सांगली और सतारा के गांव शामिल हैं। सोलापुर,जिसे अब तक एक स्थायी सूखा जिले के रूप में जाना जाता है,और कोल्हापुर,एक बागवानी क्षेत्र,को अभी तक एक भी टैंकर नहीं मिला है। इसलिए, इन जिलों को अब टैंकर मुक्त के रूप में जाना जाता है।
वर्तमान में पुणे जिले में सबसे अधिक 54 टैंकर चल रहे हैं जिसके माध्यम से 36 गांवों और 253 खेतों में पानी की आपूर्ति की जा रही है। जिले की जनसंख्या 96,380 है जो टैंकर के पानी पर निर्भर है। वर्तमान में, 25 सरकारी और 45 निजी टैंकरों द्वारा विभागीय के 12 तहसील के अभावग्रस्त गांवों में पानी की आपूर्ति की जा रही है। पानी की कमी के कारण 1,869 पशुधन पीने के पानी की कमी का सामना कर रहे हैं। इन गांवों में पानी की आपूर्ति के लिए 72 निजी कुओं और बोरवेल का अधिग्रहण किया गया है।
पुणे में छह तहसील टैंकर मुक्त हैं
इस गर्मी में अब तक पुणे जिले के छह तहसील में कोई टैंकर शुरू नहीं किया गया है। इसलिए, इन तालुकाओं को अब टैंकर मुक्त तालुका के रूप में जाना जाता है। यह उल्लेखनीय है कि इन तालुकाओं में इंदापुर और दौंड शामिल हैं, दो तालुका जहां अतीत में टैंकरों का इस्तेमाल किया जाता था। साथ ही, हवेली, मावल, मुलशी और वेल्हे तालुका टैंकर मुक्त हो गए हैं।
जिला टैंकर गांव वाडिया प्रभावित जनसंख्या
पुणे 54 36 25396380
सतारा 08 10 29 11445
सांगली 08 08 60 15651
कुल 70 54 342 123476
इन तहसीलों में शुरू
अम्बेगांव,बारामती,भोर,जुन्नर,खेड़,पुरंदर,शिरूर (पुणे के सभी जिले)। मान,वाई,सतारा,कराड (सभी सतारा जिले) और जाट (सांगली जिला)।