हथुआ। व्हीएसआरएस संवाददाता: पौधरोपण के क्षेत्र में अपनी पहचान कायम करने वाले जिले के पर्यावरणविद् डॉ सत्य प्रकाश को पर्यावरण क्षेत्र में अप्रतिम योगदान के लिए सम्मानित किया गया है।
जिले के सीमावर्ती क्षेत्र भगवान बुद्ध के निर्वाण स्थल कुशीनगर में बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सिद्धार्थ पांडेय ने पर्यावरणविद् को पौधा देकर सम्मानित किया है। साथ ही पर्यावरणविद् के अबतक के किए गए कार्यों की सराहना भी किया गया।
कार्यक्रम में पर्यावरणविद् के साथ महाविद्यालय कैंपस में पौधरोपण भी किया गया। प्राचार्य डॉ पांडेय ने पर्यावरण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले समय में पौधा ही हमारे जीवन के लिए जीवन दान के समान होगा। समय रहते पौधरोपण के प्रति हमारा झुकाव नहीं रहा तो यह जीवन नहीं बच सकेगा। जीवन बचाने के लिए पौधरोपण करना आवश्यक है। वहीं पर्यावरणविद् डॉ प्रकाश ने कहा कि एक पौधा सौ पुत्रों के समान होता है। यही हमारी प्राण वायु की फैक्ट्री है।
जिससे हम अपनी प्राणों की रक्षा करते है। समय रहते यदि पौधा नहीं लगाया गया तो इस धरा पर विचरते जीवों की रक्षा नहीं हो सकेगी। ऐसे में हम सबको संकल्प लेकर अपने बच्चों के नाम पर पौधा लगाना होगा। प्राचार्य ने इस अवसर पर महाविद्यालय कैंपस को ग्रीन कैंपस बनाने का संकल्प लिया।
इधर सम्मानित होने पर अधिवक्ता शैलेन्द्र प्रताप शाही, डॉ संजीव कुमार, डॉ कमाल अहमद, अनिल कुमार श्रीवास्तव, अली मियां, डॉ सीपी सिंह, डॉ ब्रह्मदेव मण्डल, चिरंजीवी प्रसाद, तौआब मियां, रेयाज अहमद, डॉ के एन वर्मा, डॉ हरिहर प्रसाद सहित तमाम लोगों ने पर्यावरणविद् को बधाई दिया है।
इस मौके पर बीओआईं के पूर्व वरिष्ठ बैंक प्रबन्धक ललन मिश्र, जितेंद्र मिश्र, उत्तर प्रदेश राजसी टंडन मुक्त विश्व विद्यालय अध्ययन केंद्र प्रभारी डॉ उर्मिला, अशोक पाण्डेय, अतुल कुमार, राजा यादव आदि ने पर्यावरणविद् के साथ महाविद्यालय कैंपस में पौधरोपण किया। यह विदित हो कि पर्यावरणविद् डॉ सत्य प्रकाश हथुआ थाना के बरवा गांव निवासी डॉ राम विष्णु प्रसाद के पुत्र है।
जिन्होंने पर्यावरण क्षेत्र में पिछले बीस वर्षों से सेवा देते आए है। अबतक इसके पर्यावरण के अप्रतिम योगदान को देखते हुए सरकारी व गैर सरकारी कई संस्थाओं ने सम्मानित किया है। इनको कई विद्यालयों, महाविद्यालयों, कार्यालयों व अन्य संस्थाओं के कैंपस को हरा भरा करने का श्रेय भी मिल चुका है।