Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय पुणे में आज राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के हाथों क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले(सावित्रीबाई फुले प्रतिमा) की एक पूर्ण आकार की प्रतिमा का अनावरण किया गया। अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद और मंत्री छगन भुजबल के विशेष प्रयासों से सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय में क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले की एक पूर्ण आकार की मूर्ति लगाई गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे,पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दोनों एक ही मंच पर विराजमान थे।
विश्वविद्यालय परिसर के मुख्य भवन के प्रांगण में सावित्रीबाई फूल की 12 फीट की भव्य प्रतिमा लगाई गई है। सावित्रीबाई फुले की भव्य प्रतिमा पुणे के कात्रज में एक स्टूडियो में निर्माण की गई है। इस भव्य प्रतिमा की ऊंचाई 12 फीट है। गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल,खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल,उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत,राज्य मंत्री प्राजकत तानपुरे,विधान परिषद की उपाध्यक्ष नीलम गोर्हे,विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस, गिरीश बापट,महापौर मुरलीधर मोहोलजी,विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.नितिन कर्मलकर,कुलपति एनएस उमरानी, रजिस्ट्रार डॉ.प्रफुल्ल पवार,स्टेच्यू कमेटी के अध्यक्ष,समता परिषद के अखिल भारतीय महात्मा फुले पदाधिकारी संजय चकने,समता परिषद के पदाधिकारी उपस्थित थे।
मूर्ति कहां लगवाएं,इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही
सावित्रीबाई फुले के नाम से जाने जाने वाले विश्वविद्यालय में उनकी प्रतिमा कहां रखी जाए, इस पर समिति में मतभेद थे। हालांकि इस पूर्ण आकार की मूर्ति को विश्वविद्यालय के मुख्य भवन के आसपास स्थापित करने का निर्णय लिया गया। प्रतिमा के सटीक स्थान के लिए विश्वविद्यालय में कई स्थानों का सुझाव दिया गया है। हालांकि छगन भुजबल ने यह भी बताया था कि सर्वसम्मति से यह सुझाव दिया गया था कि मूर्ति मुख्य भवन के पास स्थित होनी चाहिए। जहां विश्वविद्यालय में सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा लगाई जा रही है,वहीं शहर के भिडेवाड़ा में एक स्कूल बनाया जाएगा, जहां सावित्रीबाई ने लड़कियों के लिए अपना पहला स्कूल शुरु किया था। भिडेवाड़ा को राष्ट्रीय स्मारक बनाने के प्रयास किए जाएंगे। पुणे मनपा की ओर से एक स्कूल भी स्थापित किया जाएगा। इसके लिए जरूरी जगह का भी अधिग्रहण किया जाएगा।