Pcmcपिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी-चिंचवड़ पालिका में सत्तारूढ़ भाजपा अति जल्दबाजी,क्रेडिट लेने और वाहवाही लूटने के लालच में खुद अपनी जगहंसाई करा बैठी। चिखली में एक वन विभाग के भूखंड पर 850 बिस्तरों का अस्पताल बनाने की तैयारी में जुटी भाजपा को अपनी गलती का अहसास हो गया है। इसलिए बीजेपी ने चिखली की जगह मोशी में 850 बेड का अस्पताल बनाने का फैसला किया है। इस संबंध में स्थानांतरण उप-अधिसूचना को पालिका की ऑनलाइन आमसभा में गुप्त रूप से मंजूरी दे दी गई है।
पिंपरी-चिंचवड़ मनपा यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल का तनाव कम करने के लिए मौजे चिखली में 850 बिस्तरों का मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल बनाने का फैसला किया था। यह अस्पताल वन विभाग की जमींन पर होने वाला था जो संभव नहीं था। आमसभा ने चिखली में मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल की स्थापना के प्रस्ताव को बहुमत से मंजूरी दी और अस्पताल के लिए 350 करोड़ रुपये और 50 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति भी दी। मौजे चिखली में समूह संख्या 1653 में आरक्षित भूखंड पर अस्पताल स्थापित करने की योजना थी। मेसर्स बेरी बिल्टस्पेस डिज़ाइन प्राइवेट लिमिटेड को प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट और आर्किटेक्ट के रूप में नियुक्त किया गया था। पालिका की स्थायी समिति ने इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित किया था। 10 मार्च,21 को स्वीकृत। भाजपा शजर अध्यक्ष और विधायक महेश लांडगे ने शामिल गांवों और भोसरी विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए वैकल्पिक अस्पताल स्थापित करने का निर्णय लिया है। उनके मामले के समर्थक इस बयान की वास्तविक प्रतिलेख ऑनलाइन उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहे हैं।
महेश लांडगे को श्रेय देने की लड़ाई सोशल मीडिया पर वीडियो और कॉन्सेप्ट तस्वीरें फैलाने से शुरू हुई। यह भी बताया गया कि चिखली के प्रस्तावित अस्पताल में नर्सिंग,डेंटल,फिजियोथेरेपी,आयुर्वेदिक जैसे पाठ्यक्रम पढ़ाए जाएंगे। 8 नवम्बर 2006 को कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि यह भूखंड वन विभाग का है। बीजेपी ने माना है कि इस जमीन पर कब्जा मिलने की संभावना नहीं है क्योंकि यह वन क्षेत्र है। यह खुलासा होने के बाद कि चिखली में जमीन कब्जे में नहीं है,भाजपा ने एक नई जगह की तलाश शुरू कर दी। मोशी में समूह संख्या 646 में पालिका की स्वीकृत विकास योजना के तहत छह हेक्टेयर क्षेत्र में जमीन की तलाशी पूरी की गयी। जिला कलेक्टर ने वर्ष 2019 में यह जमीन नपालिका को हस्तांतरित कर दी है। 20 सितंबर को हुई आम सभा की बैठक में एक उप-निर्देश पारित किया गया था कि पिंपरी-चिंचवड़ के नागरिक इस स्थान पर एक अस्पताल विकसित कर चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। चिखली परिसर के नागरिकों में उदासी छा गई है क्योंकि उनके परिसर में बनने वला हॉस्पिटलल अब मोशी स्थानांतरित हो गया है।