Pcmc पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) एसीबी ने पिंपरी-चिंचवड़ पालिका की स्थायी समिति के 15 सदस्यों को नोटिस जारी कर 29 सितंबर तक उपस्थित रहने को कहा है। जांच अधिकारी,पुलिस उपाधीक्षक सीमा मेहेंदले ने नोटिस भेजकर सबको तलब की है। 18 अगस्त को स्थायी समिति के अध्यक्ष नितिन लांडगे समेत पांच लोगों को एसीबी से रिश्वत लेते पकड़ा गया था। इस मामले में उन्हें एसीबी ने गिरफ्तार किया था। एसीबी सूत्रों ने कहा कि मामले की एक ऑडियो क्लिप सामने आयी है और इसी संदर्भ में 15 सदस्यों से पूछताछ की जाएगी। एसीबी की कार्रवाई के बाद,स्थायी समिति के अध्यक्ष नितिन ज्ञानेश्वर लांडगे,ज्ञानेश्वर किसानराव पिंगले (मुख्य लिपिक),विजय शंभूलाल चावरिया(क्लर्क),राजेंद्र जयंतराव शिंदे (कंप्यूटर ऑपरेटर) और अरविंद भीमराव काले (चपरासी)के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
आख़िर मामला क्या है?
शिकायतकर्ता विज्ञापन के धंधे में हैं। उन्होंने पिंपरी चिंचवड़ पालिका परिसर में होर्डिंग लगाने के लिए 28 टेंडर जमा किए थे। हालांकि चूंकि उनका कार्य आदेश जारी नहीं किया गया था। शिकायतकर्ता ने स्थायी समिति के अध्यक्ष,एडवोकेट नितिन ज्ञानेश्वर लांडगे और उनके निजी सहायक ज्ञानेश्वर पिंगले से मुलाकात की। अतः कार्यादेश प्राप्त करने के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के लिए उन 28 निविदाओं की बोली राशि (बोली राशि) का 3% 10 लाख रुपये की रिश्वत के रूप में मांगा जाता है। समझौता समाप्त होने पर 6 लाख रुपये 2% के रूप में लेने पर सहमति बनी। इन सभी को इसके माध्यम से तैयार किए गए 6 अनुबंधों की फाइलों पर हस्ताक्षर करने के लिए 6 लाख रुपये की मांग और 2 प्रतिशत की दर से 1 लाख 18 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। इस संबंध में अब स्थायी समिति के 15 सदस्यों को नोटिस जारी किया गया है और यह तय है कि उनसे पूछताछ की जाएगी।