यमुनानगर| व्हीएसआरएस न्यूज: भाजपा की ओर से शहीद सम्मान तिरंगा यात्रा जोश के साथ प्रतापनगर से शुरू हुई। तिरंगा यात्रा की अगुवाई जगाधरी विधानसभा में शिक्षा एवं वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने की। यात्रा में शामिल हर व्यक्ति के हाथ में तिरंगा था। यात्रा में सैकड़ों की संख्या में वाहन शामिल हुए।
जगाधरी में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि टोक्यो में तिरंगा फहराने वाले हर हर खिलाड़ी को मैं नमन करता हूं। उनका दिल से सम्मान करता हूं। इन खिलाड़ियों ने भारत देश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की ओर से अमर शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है। इस भव्य नजारे को देखते हुए नयन भर नहीं रहे हैं। वीर शहीदों के सम्मान को हिंदुस्तान सदैव याद रहेगा।
कंवरपाल ने कहा कि भाजपा भारत माता की जय बोलने वाली पार्टी है। राष्ट्र की सेवा करने वाली पार्टी है। भाजपा कार्यकर्ताओं व आम जनों में शहीद सम्मान तिरंगा यात्रा को लेकर भारी उत्साह है। इस तिरंगा यात्रा में शामिल हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता व आमजन मोटरसाइकिलों पर सवार होकर शहीदों के प्रति सम्मान प्रकट किया। शहीद व महापुरुष सभी के सांझे होते हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा ने कहा कि जम्मू कश्मीर से धारा- 370ए, तीन तलाक को खत्म करना व अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण शुरू करना भाजपा सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं। भाजपा के लिए सर्वप्रथम देश है। जिला में हर मंडल स्तर पर प्रथम अगस्त से 14 अगस्त तक शहीद सम्मान तिरंगा यात्रा निकालेगी।
यह रहा रूट
तिरंगा यात्रा प्रतापनगर से शुरू होकर छछरौली अनाज मंडी, मानकपुर लक्कड़ मंडी से जगाधरी बाइपास होते हुए जगाधरी बस स्टैंड पहुंचेगी। वहां से अग्रसेन चौक होते हुए बूड़िया चौक से बूड़िया रोड से होते हुए बीकेडी रोड से वापस प्रतापनगर यात्रा की समाप्ति होगी। इसमें क्षेत्र के गांव गनौली, गनौला, संखेड़ा, लेदा खास, चंगनौली, मीरपुर, दमोपुरा, बहादुरपुर, दादुपुर, तारुवाला, कड़कौली, तिम्हो, मानकपुर, तेलीपुरा समेत अन्य गांवों के लोग काफी संख्या में शामिल हुए।
सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त
आपको बताते चले कि तिरंगा यात्रा को लेकर प्रशासन की तरफ से पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। पहले कहा जा रहा था कि किसान भाजपा की तिरंगा यात्रा का विरोध करेंगे। परंतु किसानों शहीदों व तिरंगे के सम्मान को देखते हुए यात्रा का विरोध नहीं करने का निर्णया लिया था। फिर भी पुलिस व प्रशासन इसमें कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहता था। इसलिए यात्रा की सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए। जहां से भी यात्रा निकली वहां पर पुलिसकर्मी खड़े रहे। इसके अलावा गाड़ियों में पुलिस गश्त करती नजर आई।