दिल्ली। व्हीएसआरएस न्यूज़: केंद्र सरकार ने बीते दिनों DA बढ़ाने के बाद उनका HRA भी रिवाइज कर दिया है, लेकिन अगस्त के वेतन में HRA बढ़कर आएगा या नहीं, इस पर संदेह है। केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ने के बाद भी उनके मकान किराया भत्ता में बढ़ोतरी पर ग्रहण लग सकता है। हालाँकि सरकार ने पहले कहा था कि HRA इसलिए बढ़ाया गया क्योंकि DA 25 फीसद के ऊपर चला गया है।
अब क्या होगा
HRA न बढ़ने का कारण प्रणाली में पड़ा पुराना रेट है। इस बारे में केंद्र सरकार का परिसंघ। कर्मचारी और कर्मचारी के सेक्रेटरी जनरल आरएन पाराशर ने अतिरिक्त लेखा महानियंत्रक (PFMS) धारित्रि पांडा को चिट्ठी लिखी है। लेटर में उन्होंने कहा है कि HRA बढ़ने के बाद भी कई विभागों में अब तक कंप्यूटर प्रणाली में HRA के नए रेट को अपडेट नहीं किया गया है। अगर इस पर तुरंत एक्शन नहीं लिया तो कर्मचारियों के साथ अन्याय होगा। उन्हें 1 जुलाई 2021 से इसका फायदा नहीं मिल पाएगा। कन्फेडरेशन आपसे तत्काल एक्शन की दरख्वास्त करता है।
कितना बढ़ाया गया है HRA
फाइनेंस मिनिस्ट्री ने शहर के हिसाब से 27 फीसद, 18 फीसद और 9 फीसद हाउस रेंट अलाउंस किया है। ये वर्गीकरण X, Y और Z class शहरों के हिसाब से है। यानि जो X Class City में रहता है, उसे अब ज्यादा HRA मिलेगा। इसके बाद Y Class और फिर Z Class वाले को मिलेगा।
HRA पहले कितना था
ऑल इंडिया ऑडिट एंड अकाउंट्स एसोसिएशन के असिस्टेंट सेक्रेटरी जनरल एचएस तिवारी ने एक दैनिक समाचार पत्रिका से बातचीत में कहा कि 7 वें वेतन आयोग में HRA का तरीका बदल गया है। इसमें शहरों की 3 कैटेगरी-X,Y और Z बनाई गई है। इससे 24 फीसद, 18 फीसद और 9 फीसद HRA का रेट पहले तय हुआ था। 7वें वेतन आयोग ने यह भी सिफारिश की थी कि जब DA 25 फीसद का मार्क क्रॉस करेगा तो इसे रिवाइज किया जाएगा। अब कर्मचारियों का DA बढ़कर 28 फीसद हो गया है।
X,Y और Z कैटेगरी के मायने
X कैटेगरी में 50 लाख से ऊपर की आबादी वाले शहर आते हैं। यहां जो कर्मचारी रहते हैं उन्हें अब 27 फीसद HRA मिलेगा। वहीं Y कैटेगरी के शहरों में HRA 18 प्रतिशत होगा। जबकि Z कैटेगरी में HRA 9 फीसद होगा।
ऐसे कैलकुलेट करें HRA
आपको बताते चले कि 50 लाख या इससे ऊपर की आबादी वाले शहरों में काम करने वाले कर्मचारी को न्यूनतम 5400 रुपए HRA पहले से तय है। वहीं दूसरी कैटेगरी में यह 3600 और 1800 रुपए प्रति माह हैं। अब HRA का कैलकुलेशन नए रेट के आधार पर होगा। अगस्त में उनकी सैलरी में HRA बढ़कर आएगा लेकिन उससे पहले सरकार को अपना सिस्टम अपडेट करना होगा।