मेरठ। व्हीएसआरएस न्यूज: दिल्ली, मेरठ व प्रयागराज के लोगों के लिए मेरठ का यह नया प्रोजेक्ट खुशखबरी लेकर आया है। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे व गंगा एक्सप्रेस वे को जोड़ने के लिए सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी भी मिल गई है। इसपर प्रस्ताव तैयार हो चुके हैं।
अब बस भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्य किया जाएगा। इन दोनों एक्सप्रेस वे के जुड़ जाने से न सिर्फ मेरठ दिल्ली और प्रयागराज के लोगों को ही लाभ होगा, बल्कि इस रास्ते में पड़ने वाले सभी शहरों को भी सीधा लाभ पहुंचेगा। अधिकारियों का कहना है कि इसे तैयार करने के लिए जल्द ही कार्य शुरू किया जाएगा।
वाहनों का दबाव भी होगा कम
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे, मेरठ-बुलंदशहर हाइवे तथा एनएच 24 पर आने वाले समय में वाहनों का दबाव बढ़ेगा। इस दबाव को कम करने के लिए एनएचएआइ ने गंगा एक्सप्रेस-वे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को आपस में जोडऩे का प्रस्ताव तैयार किया है। जिसे केंद्रीय मंत्रालय ने भी सैद्धांतिक सहमति प्रदान कर दी है। अब जल्द इसके लिए भूमि अधिग्रहण और निर्माण की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।
दो किमी लंबा व आठ लेन चौड़ा होगा
कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि एनएचएआइ ने यह प्रस्ताव तैयार करके भेजा था। जिसमें गंगा एक्सप्रेस-वे को बिजौली गांव के पास से ही जोड़ा जाएगा। यह लिंक दो किमी लंबा होगा। जो कि आठ लेन चौड़ा होगा। उन्होंने बताया कि मेरठ का यह बाहरी क्षेत्र आने वाले समय में भारी यातायात का केंद्र होगा। कई हाइवे और एक्सप्रेस-वे के चलते वाहनों का अत्यधिक दबाव होगा। इसके लिए इस लिंक को आठ लेन चौड़ा बनाना होगा।
सांसद ने भी की चर्चा
सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने भी इस लिंक मार्ग की स्वीकृति मिलने के बाद हाल ही में कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह से मिलकर इस संबंध में चर्चा की। सांसद ने बताया कि जल्द इस लिंक मार्ग के निर्माण के लिए विभिन्न प्रक्रिया शुरू की जाएंगी।
रास्ता होगा सुगम व दूरी भी होगी बेहद कम
आपको बताते चले की दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे व गंगा एक्सप्रेस वे के आपस में जुड़ जाने से न सिर्फ दूरी कम होगी, बल्कि समय भी कम हो जाएगा। जिन्हें अब हापुड़ व अन्य शहरों का सफर मेरठ में बिना आए करना होगा वे बाहर बाहर ही दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे से गंगा एक्सप्रेस वे पर चले जाएंगे। इसी के साथ दिल्ली से प्रयागराज तक जाने के लिए भी मेरठ व अन्य शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। सीधा दिल्ली मेरठ से प्रयागराज तक का सफर होगा।