पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: बिहार में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की थमती रफ्तार के बीच अनलाक- चार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ी रियायतों का ऐलान किया है। सीएम ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि अब राज्य में सरकारी और निजी सभी कार्यालय सामान्य तौर पर काम कर सकेंगे। इसके साथ ही उन्होंने स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को खोलने का भी ऐलान किया है। शैक्षणिक संस्थानों के लिए 11वीं और 12वीं या इसके ऊपर के ही बच्चों को बुलाने का निर्देश अभी दिया गया है। इसका सीधा मतलब है कि 10वीं तक के स्कूल अभी बंद ही रहेंगे। रेस्टारेंट और खाने-नाश्ते की दुकानों को खोलने की इजाजत भी सरकार ने दे दी है। सरकार इस संबंध में विस्तृत गाइडलाइन जल्द ही जारी करेगी।
50 फीसद उपस्थिति के साथ ही खुलेंगे स्कूल
बिहार में कोरोनावायरस की दूसरी लहर के थमते कहर के बीच सरकार आज नई रियायतों का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आपदा प्रबंधन समूह की बैठक और जिले के अफसरों से लिए गए फीडबैक के आधार पर फैसला लिया। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि स्कूलों, कॉलेजों, अन्य शैक्षणिक संस्थानों और रेस्टोरेंट में 50 फीसद क्षमता के आधार पर संचालन होगा। इसका मतलब कि स्कूलों और कालेजों में 50 फीसद छात्र ही बुलाए जाएंगे। 18 से अधिक उम्र वाले छात्रों के अलावा स्कूल-कालेज के स्टाफ के टीकाकरण पर जोर दिया जाएगा।
कल समाप्त हो रही है अनलाक-3 की अवधि
अनलाक-4 में स्कूल-कालेज खोलने से लेकर दूसरी रियायत देने पर आपदा प्रबंधन समूह की बैठक सोमवार को होगी। अनलाक-3 की मियाद छह जून को समाप्त हो रही है। सात जून से नई व्यवस्था प्रभावी होगी। बैठक में शिक्षा विभाग के प्रस्ताव के अनुरूप पहले दौर में स्कूल-कालेज और कोचिंग संस्थान के साथ पार्क, जिम को भी सीमित अवधि के लिए खोलने पर विचार होने की उम्मीद है। इसके अलावा मंदिरों पर भी विचार किए जाने की उम्मीद आम जन लगाए बैठे हैं। बैठक में मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, आपदा प्रबंधन व स्वास्थ्य के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, शिक्षा के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार के साथ ही दूसरे अन्य विभागों के अधिकारी शामिल होंगे।
तीसरी लहर की आशंका को लेकर सरकार सतर्क
फ़िलहाल सरकार चाहती है कि वायरस संक्रमण कम होने के बाद अब आम लोगों को आजादी से जीने की छूट मिले और उनके जीवन की मुश्किलें घटें। इससे बाजार को भी गति मिलेगी और विकास गतिविधियों में इजाफा होगा। लेकिन छूट अचानक दिए जाने की राह में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका सरकार को डरा रही है। देश के कई इलाकों में कोरोना वायरस के नए डेल्टा प्लस वैरिएंट के आने से चिंता बढ़ी है, हालांकि यह वैरिएंट अभी बिहार में नहीं मिला है। सरकार नहीं चाहती कि जरा सी चूक से कोरोना की संभावित तीसरी लहर को खतरनाक होने का मौका मिला। इस बीच सरकार को सबसे अधिक चिंता स्कूलों और कालेजों में पठन-पाठन और प्रतियोगी परीक्षाओं के आयोजन को लेकर है।
अगली गाइडलाइन में हाईस्कूलों को खोलने की मिल सकती इजाजत
हालाँकि ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि अगली गाइडलाइन में सरकार नौवीं और दसवीं तक की कक्षाओं के संचालन की अनुमति दे सकती है। बहरहाल सरकार की नई गाइडलाइन से शैक्षणिक संस्थानों में रौनक लौटने की उम्मीद बढ़ गई है। प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग कराने वाले संस्थान अब खुल सकेंगे। हालांकि इसके लिए उन्हें सरकार की गाइडलाइन का पालन करना होगा।