गोपालगंज । व्हीएसआरएस संवाददाता: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर के घटते आकड़ों के बीच गोपालगज में सिस्टम का दोष एक बार फिर सामने आया है| जहा आर्थिक रूप से कमजोर और बेबस पिता अपनी बेटी के शव को ठेले पर लादकर ले जाता दिखा है| कई किलोमीटर ठेले को खीचने के बाद पिता ने अपनी बेटी के शव का अंतिम संस्कार किया गया|
मिली जानकारी अनुसार मामला बरौली के वार्ड नंबर 6 का है| हाल के दिनों मे पीड़ित के 14 वर्षीय बेटे की भी मौत हो गई थी| पीड़ित पिता का नाम परशुराम प्रसाद है| वे बरौली नगर पंचायत के वार्ड नंबर 6 में किराए के मकान में रहते हैं| परशुराम प्रसाद सिवान के मैरवा के रहने वाले हैं और बरौली में रहकर शादी समारोह में लोगों के घरों में जाकर खाना बनाने का काम करते हैं| बताया जाता है कि परशुराम प्रसाद की 17 वर्षीय बेटी काजल कुमारी कई दिनों से बुखार से पीड़ित थी|
जिसे गंभीर हालत में रविवार को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था, लेकिन यहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई| मौत के बाद परिजन शव को वापस बरौली ले गए, लेकिन पीड़ित पिता के पास अपनी बेटी के अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं थे| जिसके बाद स्थानीय लोगों और पत्रकारों की मदद से चंदा इकट्ठा कर पैसे का जुगाड़ किया गया| फिर पीड़ित का पिता ठेले पर लादकर अपनी बेटी के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गया| वही स्थानीय लोगों के मुताबिक परशुराम प्रसाद के 14 वर्षीय बेटे मनीष कुमार की भी बीमारी से मौत हो गई थी|
बताया जाता है कि उसकी मौत भी कोरोना संक्रमण से बीते 8 जून को हो गई थी| उनके बेटे को बुखार हुआ था और इसके बाद उसकी मौत हो गई| कल रविवार को उनकी बेटी की इलाज के दौरान मौत हो गई| स्थानीय चिकित्सकों के मुताबिक मृतका काजल कुमारी का ऑक्सीजन लेवल 62 था| जिसकी वजह से दम घुटने से मौत हुई है|
हालांकि सिस्टम का दोष सबके सामने है| लाचार पिता ठेले पर लादकर अपने बेटे के शव को अंतिम संस्कार के लेकर चला गया| सिस्टम और स्थानीय जनप्रतिनिधि सिर्फ मूकदर्शक बने रहे|