मुंबई(व्हीएसआरएस न्यूज) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के एक ट्वीट ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दिया। दरअसल अजित पवार ने जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिन पर ट्वीट किया था। फिर बाद में उन्होंने ट्वीट को डिलीट भी कर दिया।
दीनदयाल के जन्मदिन पर पवार ने शुक्रवार 25 सितंबर को उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए पहले तो ट्वीट किया। लेकिन एक घंटे के अंदर ही उनका ट्वीट हट गया। ट्वीट हटाने के बाद पवार ने कहा कि राजनीति और सामाजिक कार्य में सीनियर की सलाह माननी पड़ती है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि किसी सलाह पर ट्वीट डिलीट किया। पवार एनसीपी के एकमात्र ऐसे नेता रहे,जिन्होंने भाजपा के आदर्श पुरुष माने जाने वाले पंडित दीनदयाल को याद किया। उन्होंने कहा,महमारी संस्कृति में उन लोगों के बारे में हमेशा सम्मान से बात किया जाता है,जो अब जीवित नहीं हैं। यही हमारी परंपरा है। उनका यह ट्वीट वायरल हो गया और बीजेपी के साथ नजदीकी की अटकलें लगने लगीं।
पिछले साल नवंबर में महाविकास अघाडी सरकार के बनने पर अजित पवार ने गुपचुप तरीके से बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस के साथ हाथ मिला लिया था। 24 नवंबर को फडणवीस ने सीएम पद की शपथ ली,जिसमें अजित पवार को डेप्युटी सीएम का पद मिला। लेकिन यह सरकार दो दिन से अधिक नहीं चली। इसी तरह अयोध्या में जब पीएम मोदी ने राम मंदिर का भूमिपूजन किया,तो अजित के बेटे पार्थ पवार ने बधाई दी थी।