मीरगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के दौर में जब लॉकडाउन और वैक्सीनेशन के कारण रक्तदान करने वालों में अच्छी खासी कमी आई है।
जिस कारण से हॉस्पिटल समेत अन्य संस्थान रक्त की कमी से बुरी तरह जूझ रहे हैं। ऐसे में विपदा की घड़ी में मीरगंज के युवा सभी भेदभाव भूलकर लोगों की जान बचाने में लगे हुए हैं।
ऐसी ही एक घटना मीरगंज में चर्चा का विषय बनी जब शहर के चूड़ी मुहल्ला का युवक अफरोज गंभीर बीमारी हीमोफीलिया के कारण बुरे दौर से गुजर रहा था और डॉक्टरों ने परिजनों से शीघ्र रक्त की व्यवस्था करने को कहा था ताकि जटिल स्थिति आने से पहले ही उसे बचाया जा सके। इस विपदा काल में रेड क्रॉस और अन्य ब्लड बैंक अपने हाथ खड़ा कर चुके थे। क्योंकि पीड़ित का रक्त समूह एबी था जो दुर्लभ माना जाता है।
ऐसे में एक बार फिर मीरगंज औघड़ दानी रक्तदान समिति के अध्यक्ष आनंद सोनी के पहल पर स्थानीय युवक रूपेश कुमार ने रक्तदान कर इंसानियत की परिचय दिया और साथ ही पीड़ित युवक के परिजनों के चेहरे पर राहत की सांस आई।
रक्तदान समिति के अध्यक्ष आनंद सोनी ने बताया कि शहर में अधिकतर युवाओं के कोविड-19 वैक्सीन लग जाने के कारण उन्हें एक माह तक रक्तदान न करने की सलाह दी गई है।
वही दूसरी तरफ लॉकडाउन के कारण अन्य युवा भी आ जा नहीं पा रहे हैं जिसका सीधा असर रक्तदान पर पड़ रहा है। ऐसे मुश्किल की घड़ी में हम लोगों ने अफरोज के रक्त की व्यवस्था के लिए अभियान चलाकर अपील की और रुपेश ने सहर्ष रक्तदान कर अफरोज को जिंदगी बख्श दी।