गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में सोमवार की देर रात डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार करने के खिलाफ में सदर अस्पताल में तैनात डॉक्टरों ने 12 घंटे तक इलाज बंद कर दिया। इमरजेंसी वार्ड में मरीजों का इलाज नहीं होने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बाद में सिविल सर्जन डॉक्टर योगेंद्र महतो ने डॉक्टरों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
इसके बाद डॉक्टर करीब 12 घंटों के बाद इलाज करने के लिए सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे तो मरीजों ने राहत की सांस ली।बताया जा रहा है कि सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में सोमवार की देर रात उचकागांव थाना क्षेत्र के नवादा परसौनी गांव के एक युवक को चाकू लगने के बाद गंभीर हालत में इलाज के लिए लेकर परिजन पहुंचे हुए थे। जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू कर दिया। इलाज के क्रम में ही युवक की मौत हो गई। इसके बाद युवक के परिजन उग्र हो गए और डॉक्टरों के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट करने पर उतारू हो गए। किसी तरह डॉक्टर वहां से भाग कर अपनी जान बचाई। वहीं सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पुलिस पदाधिकारी व सुरक्षा कर्मी भी गायब थे। इससे नाराज होकर डॉक्टरों ने इलाज बंद कर दिया था। इलाज बंद होने के कारण इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे मरीजों को काफी परेशानी हुई।
उधर डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए नगर थाने में आवेदन दिया गया है। नगर इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार ने बताया कि आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले लोगों की पहचान की जा रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
वहीं सिविल सर्जन डॉक्टर योगेंद्र महतो ने बताया कि सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में प्राइवेट सुरक्षाकर्मियों की तैनाती जल्द से जल्द की जाएगी। ताकि सुरक्षित रहें और मरीजों का इलाज कर सकें।