पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे जिला कोरोना की दूसरी लहर का सामना युद्धस्तर पर कर रहा है। फिर भी लोगों की जानें बचाने में पूरी तरफ सफल नजर नहीं आ रहा है। स्वास्थ्य विभाग चिंता में डूबा है। अब पुणेकरों पर एक नई समस्या ने घेर लिया है। पुणे में ब्लैक फंगस के 270 मामले उजागर हुए है। सरकार की ओर से एक कार्यबल अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तैयार कर रहा है। पुणे जिला प्रशासन ने आज ब्लैक फंगस के बारे में जानकारी दी और सावधानी बरतने तथा स्वास्थ्य विभाग को इस नई प्रकार की बीमारी जो कोरोना रोगियों से अटैच में है,तैयार रहने का दिशा निर्देश जारी किए है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि इस ब्लैक फंगस बीमारी में लोगों को साइनस की परेशानी,नाक बंद होना,आंखों में सूजन,धूंधलापन,सीने में दर्द,सांस लेने में तकलीफ,बुखार होने के लक्षण पाए जाते है। पुणे के विभागीय आयुक्त सौरव राव ने कहा कि जिले के विभिन्न अस्पतालों में अब तक 270 संक्रमित मरीज चिन्हित किए जा चुके है। विभागीय कार्यबल के सदस्य डॉ. भरत पुरंदरे ने म्यूकरमाइकोसिस के प्रबंधन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तैयार की है।
म्यूकरमाइकोसिस से पुणे में कितनी मौतें हो चुकी है इस बारे में सवाल करने पर विभागीय आयुक्त सौरव राव ने कहा कि आंकडे जुटाए जा रहे है। अभी से सटीक आंकडों के बारे में कुछ बोलना जल्दबाजी होगी। नोबेल अस्पताल के डॉ अभिषेक घोष ने के अनुसार कोविड-19 की दूसरी लहर में ब्लैक फंगस के ज्यादा मामले आ रहे ह््ैं।