पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य में कोरोना रोगियों की संख्या में काफी वृद्धि हो रही है। इसमें कोरोना रोकथाम नियमों का पालन करने की अपील की गई है ताकि कोरोना को समय पर रोका जा सके। हालाँकि इसके बावजूद कोरोना का प्रचलन दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। ताजा आंकड़े और भी चौंकाने वाले हैं। पूरे पाकिस्तान में जितने कोरोना के मरीजन नहीं उससे ज्यादा अकेले पुणे में मरीज पाए गए है। दैनिक कोरोना रोगियों की तुलना में, पुणे पूरे पाकिस्तान से आगे निकल गया है। पुणे में कल पाकिस्तान भर में 3495 मरीज पाए गए। तो कल अकेले पुणे में 4973 संक्रमित मरीज 20 मार्च को मिले।
पाकिस्तान की तुलना में पुणे में अधिक रोगी
पुणे में कोरोना के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यदि प्रकोप जारी रहता है तो अगले कुछ दिनों में स्थिति नियंत्रण से बाहर होने की संभावना है। इसलिए नागरिकों से कोरोना रोकथाम नियमों का कड़ाई से पालन करने का आग्रह किया जा रहा है। इसके अलावा रोगियों की संख्या में वृद्धि के कारण यहां स्वास्थ्य प्रशासन भी युद्धस्तर पर टीकाकरण और कोरोना परीक्षण कार्यक्रम लागू कर रहा है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में कोरोना के प्रकोपों की संख्या चौंकाने वाली है। महाराष्ट्र न केवल देश में बल्कि पूरे एशिया में सबसे बड़े हॉटस्पॉट के रूप में उभर रहा है। पूरे पाकिस्तान की तुलना में अकेले पुणे में कहीं अधिक मरीज हैं। पाकिस्तान की कुल आबादी 22 करोड़ है। इनमें से कल पाकिस्तान में केवल 3495 नए कोरोना मरीज पाए गए। पुणे की आबादी केवल 1 करोड़ होने के बावजूद कोरोना के 4973 नए मरीज यहां पाए गए।
मुंबई में भी गंभीर स्थिति
पुणे जिले में इस कोरोना की स्थिति सामने आने के बाद, इस बात की नाराजगी हो सकती है कि पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर परीक्षण नहीं किए जा रहे हैं। हालांकि मुंबई में भी यही स्थिति लागू होती है। अकेले मुंबई में दो नए कोरोना रोगियों के रूप में कई अन्य देशों में हैं। कल 11 करोड़ की आबादी के साथ 1473 मरीज जापान गए। 16 करोड़ की आबादी वाले बांग्लादेश में कुल 2187 नए कोरोना मरीज पाए गए। सऊदी अरब में केवल 381 नए कोरोना रोगी पाए गए जिनकी आबादी 3.5 मिलियन है। इस बीच कोरोना की हालत मुंबई और पुणे में गंभीर है। लेकिन पुणे और मुंबई जैसे बड़े शहरों में स्वास्थ्य प्रशासन कोरोना को रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। दोनों शहरों में कोरोना परीक्षणों को बढ़ाने का आदेश दिया गया है। साथ ही नियमों को कड़ा किया गया है और उचित सावधानी बरती जा रही है। विशेषज्ञों की राय है कि अगर नागरिकों को घबराहट के बिना उचित सावधानी बरती जाए तो कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है।