पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के 18वें दिन भी सदन के अंदर व बाहर हंगामा होता रहा। वाम दलों के विधायक किसान बिल के विरोध में नारेबाजी करते दिखे तो राष्ट्रीय जनता दल के विधायकों ने पेट्रोल व डीजल के बढ़ते मूल्य के खिलाफ प्रदर्शन किया।
सीपीआइ एमएल का विधानमंडल परिसर में प्रदर्शन
विधानमंडल सत्र के शुरू होने के पहले भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले के विधायकों ने परिसर में प्रदर्शन किया। वे हाथों में तख्तियां लिए कृषि कानूनों के खिलाफ व किसानों के हित में नारेबाजी करते देखे गए। उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने तथा महंगाई पर रोक लगाने की भी मांग की। विधानमंडल के अंदर भी वाम दल कृषि कानूनों का विरोध करते रहे। सीपीआइ एमल के विधायक संदीप सौरव ने कहा कि तीनों नए कृषि कानूनों को वापस करने के लिए बिहार विधानमंडल से प्रस्ताव पास कर केंद्र सरकार को भेजा जाना चाहिए।
आरजेडी का पेट्रोल-डीजल मूल्यवृद्धि का विरोध
आरजेडी विधायकों ने पेट्रोल व डीजल के बढ़ते मूल्य का विरोध किया। आरजेडी विधायक इनके मूल्य को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग कर रहे थे। सदन के बाहर आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि डीजल, पेट्रोल व रसोई गैस के दाम बढ़ते जा रहे हैं। इससे महंगाई बढ़नी भी तय है। यह सरकार केवल पूंजीपतियों के हित में काम कर रही है।
सदन में उठा फसल क्षति के आंकलन का मामला
फिलहाल उपरोक्त मामले सदन में भी उठाए गए। इसके अलावा आरजेडी विधायक प्रेमशंकर प्रसाद ने सदन में फसल क्षति के आंकलन के लिए मौसम आधारित संयंत्र लगाने में गड़बड़ी का मामला उठाया।