हरिद्वार(व्हीएसआरएस न्यूज) महाशिवरात्रि पर हर हर महादेव के गगनभेदी नारों के साथ साधू संतों का आज हरकी पैडी में पहला शाही स्नान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। स्ना सुबह ब्रहम मुहुर्त में 4 बजे से शुरु हुआ। पंचायती अखाडा महानिर्वाणी और शंभू पंच अटल अखाडों के संत ब्रह्मकुंड पर महादेव के जयकारों के साथ पहुंचे। शाम पांच बजे अखाडों का शाही स्नान संपन्न हुआ। प्रशासन के अनुसार 28 लाख के आसपास श्रद्धालुओं ने शाही स्नान किए।
अखिल भारतीय अखाडा परिषद के महामंत्री एवं जूना अखाडे के संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरी संयासियों संग महाकुंभ का पहला शाही स्नान नहीं कर सके। वे आज महाशिवरात्रि मनाने गुजरात के जूनागढ में थे। 14 मार्च को हरिद्धार पहुंचने की उम्मीद है। श्री महानिर्वाणी औे अटल अखाडों का जुलूस डामकोठी पुल पार कर शिवमूर्ति की तरह से वाल्मिकी चौक होकर ब्रहमकुंड पहुंचा। सभी संतों का जत्था शाम 6 बजे अपनी छावनी में प्रवेश किए। तकजूना, आह्वान, अग्नि, किन्नर,निरंजनी और आनंद अखाड़ा के साधु-संत शाही स्नान कर चुके हैं।
यहां बनी हैं अखाड़ों की छावनी
-जूना और किन्नर अखाड़े की छावनी ललतारौ पुल के पास बनी है। जबकि अग्नि और आह्वान अखाड़े की छावनी मायादेवी मंदिर परिसर में है। निरंजनी और आनंद अखाड़े की छावनी सेफ पार्किंग में बनी है। महानिर्वाणी की कनखल और अटल अखाड़े की छावनी बंगाली मोड़ के पास बनी है।
13 रथों पर सवार होकर पहुंचे थे किन्नर
-जूना अखाड़े के सहयोगी के रूप में किन्नर अखाड़ा ने आज हरिद्वार महाकुंभ में पहली बार शाही स्नान किया। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के नेतृत्व में 13 रथों पर सवार किन्नर जुलूस में शामिल हुए। 100 से अधिक किन्नरों ने ब्रह्मकुंड पर शाही सन्ना किया।