पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) एक महिने से राज्य के 3 पुलिस कमिश्नर और 2 एसपी को चकमा देकर फरार गैंगस्टर गजानन मारणे को गिरफ्तार किया गया या फिर एन्काउंट के डर से आत्मसमपर्ण किया? इस पर भ्रम की स्थिति बनी है। लेकिन पुलिस महकमे से जो बातें छनकर आ रही है वो यह कि उसका पुलिस एन्काउंटर करने वाली थी इसलिए डर के मारे सातारा में खुद को फिल्मी अंदाज में समर्पण किया मगर ऐसा लगे कि पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस हिसाब से पूरा स्क्रिप्ट तैयार किया गया। हलांकि मारणे येरवडा जेल में एक साल के लिए बंद हो चुके है। उनके हर्ष जुलूस में शामिल गूर्गों पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। पिंपरी चिंचवड शहर पुलिस ने अब तक मारणे के 36 गुर्गों को और पुणे पुलिस ने लगभग 24 गुर्गों को गिरफ्तार करके कार्रवाई की है।
पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने कल पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि गजानन मारणे मामले में पुलिस हर तरफ से जांच कर रही है। अब तक पिंपरी चिंचवड पुलिस ने 36 से ज्यादा लोगों पर कार्रवाई करके 11 से ज्यादा वाहन जब्त किए है। वहीं पुणे पुलिस और ग्रामीण पुलिस ने भी जुलूस में शामिल मारणे के गुर्गों पर कार्रवाई की है। अभी भी कई युवाओं पर पुलिस की पैनी नजर बनी हुई है। इसी के चलते जुलूस के दौरान सभी सीसीटीवी को खंगाला जा रहा है और गाडियों के नंबर ट्रेस कर उन पर कार्रवाई जल्द की जाएगी। गजानन मारणे तलोजा जेल से निकलने के बाद पुणे तक भारी वाहन जत्थों के साथ रवाना हुआ। इस जुलूस में लगभग 200 से ज्यादा वाहन शामिल हुए थे। लेकिन अब तक महज 40-50 वाहनों को जब्त किया गया है। कुछ वाहन सांगली,सातारा,कोल्हापुर तथा अन्य शहरों की गाडियां रैली के दौरान गुजरी थी। इसलिए यह कहना मुश्किल है कि यह गुजरने वाली गाडियां रैली में शामिल थी या नहीं। लेकिन जो भी गाडियां रैली में शामिल थी उनको चिहिन्त करके जब्त किया जाएगा और रैली में शामिल गुर्गों को धरपकड का अभियान जारी है। ऐसा आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने बताया।
गजानन मारणे गिरफ्तार हुआ या आत्मसमर्पण किया इस बात को इसलिए बल मिल रहा है कि मेढा पुलिस इज ग्रेट कहकर मारणे ने प्रशंसा की थी। हलांकि प्रशंसा में कुछ रहस्यमयी राज छुपा था कि आत्मसमर्पण की सोची समझी रणनीती का एक हिसा तो नहीं है? अगर एन्काउंटर होने की भनक मारणे को लगी होगी तो आत्मसर्पण करना योग्य निर्णय लिया होगा और इसके लिए सातारा के मेढा पुलिस सुरक्षित लगी होगी। पुणे,पिंपरी चिंचवड और पुणे ग्रामीण पुलिस पर मारणे को एन्काउंटर करने का डर सता रहा होगा। इसलिए सातारा के मेढा पुलिस को चुना होगा। ऐसी चर्चा छनकर पुलिस महकमे से निकल करके आ रही है।