पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पूजा चव्हाण ने 7 फरवरी को आत्महत्या की थी। लेकिन विरोधकों का मानना है कि यह हत्या है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। पुलिस के अब तक की जांच पर भी सवाल खडा किया गया। इसलिए कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। जिसका आदेश 5 मार्च को आएगा। इस मामले में कई आरोप लगाए हैं। हाल ही में, भाजपा नेता चित्रा वाघ ने भी एक सार्वजनिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पुणे पुलिस पर सही दिशा में जांच नहीं करने का आरोप लगाया। चूंकि पुलिस ने घटना के लगभग 3 सप्ताह बाद भी इस मामले में मामला दर्ज नहीं किया था। इसलिए इसके खिलाफ सीधे पुणे की अदालत में एक याचिका दायर की गई थी। पुणे में जस्टिस लीग सोसायटी ऑफ़ एडवोकेट्स के माध्यम से भक्ति राजेंद्र पंधारे,विजय थॉम्ब्र के माध्यम से आर्मी कोर्ट में याचिका दायर की गई है। याचिका में मुख्य मांग इस मामले में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करने की है। दलीलों के बाद अदालत ने याचिका पर निर्देश देने के लिए 5 मार्च की तारीख तय की है।
जबकि पूजा चव्हाण मामले में अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है,लेकिन विपक्ष ने इस मुद्दे को भुनाना शुरू कर दिया है। इस पृष्ठभूमि के खिलाफ यह भी दावा किया जा रहा है कि पुणे पुलिस ठीक से जांच नहीं कर रही है। इस मुद्दे को लेकर मीडिया में और अखबारों में बहुत चर्चा हुई है। पूजा चव्हाण की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पूजा के कई ऑडियो क्लिप भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें कई बड़े नामों के नाम हैं। हालांकि इसकी पूरी तरह से जांच नहीं की जा रही है और आरोपी किसी भी समय सबूत को नष्ट कर सकता है।