नालंदा। व्हीएसआरएस संवाददाता: आज शुक्रवार को बिहारशरीफ के आदर्श हाईस्कूल परीक्षा केंद्र पर एक मैट्रिक परीक्षार्थी रोहित कुमार गश खाकर गिर पड़ा। करीब आधे घंटे बाद छात्र का मौसेरा भाई व अन्य परिजन बुलाए गए, तब जाकर उसे निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। फिर भी तसल्ली के लिए स्वजन छात्र को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टर ने छात्र की छाती दबाकर पम्प किया, परन्तु कोई सुगबुगाहट नहीं हुई। अंततः छात्र को मृत घोषित कर दिया गया।
रात से ही खराब थी रोहित की तबीयत
मृत छात्र रोहित नालंदा जिले के तेल्हाड़ा थाना क्षेत्र के राढ़ील गांव का निवासी था। उसके पिता बढ़न सिंह की पहले ही मौत हो चुकी है। वह मां, एक बड़े भाई व एक छोटी बहन के साथ रहता था। वह तेल्हाड़ा स्थित रामेश्वर प्रसाद प्लस टू स्कूल का छात्र था। उम्र 16 साल थी। छात्र के मौसेरे भाई सोनू कुमार ने बताया कि रोहित की तबीयत बीती रात से ही खराब थी। उसे कहा गया कि वह किसी डॉक्टर से दिखवाकर परीक्षा देने जाए। परन्तु वह देर होने का हवाला देकर परीक्षा देने चला गया।
तबीयत बिगड़ने पर इलाज में हुई देरी
पहली पाली में सोशल साइंस की परीक्षा के दौरान वह गश खाकर गिर पड़ा। केंद्र अधीक्षक मो. हारून रसीद की लापरवाही ऐसी रही कि उन्होंने छात्र को तत्काल अस्पताल भेजने की बजाए स्कूल के बरामदे में कार्टन बिछाकर सुला दिया। इसके बाद वीक्षक ने छात्र से पूछकर उसके स्वजन को कॉल करना शुरू किया। कॉल मौसेरे भाई सोनू ने रिसीव की तो उसने कहा कि आधा घंटा लगेगा। तब तक उसकी हालत बिगड़ती गई।
केंद्राधीक्षक और मजिस्ट्रेट बने रहे उदासीन
इधर, केंद्र पर मौजूद 4-4 मजिस्ट्रेट में से भी किसी ने जहमत नहीं उठाई कि उसे अस्पताल भेजा जाए। जब छात्र के स्वजन आए तो उसे पहले प्राइवेट अस्पताल जीवन ज्योति अस्पताल ले गए, वहां डॉक्टर ने मृत बता दिया। अंततः सदर अस्पताल लाए जाने के बाद भी डॉक्टर ने जांच के बाद कहा कि इसकी मौत एक घंटे पहले ही हो चुकी है। मौत की वजह पता नहीं चली है। शव का पोस्टमाॅर्टम कराया जा रहा है।
सिक्किम में नौकरी करता है बड़ा भाई
रोहित बेहद गरीब परिवार का सदस्य था। बड़ा भाई राहुल सिक्किम में दवा कम्पनी में नौकरी करता है। एक छोटी बहन भी है। माँ लालमुनि देवी उत्क्रमित मध्य विद्यालय राढ़ील में रसोईया की नौकरी कर सभी का लालन-पालन कर रही थी। पिता की मौत 15 साल पहले हो चुकी है। मां का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के दोस्तों ने प्रशासन से आपदा राहत के तहत 4 लाख रुपए मुआवजे की मांग की है।