सोलापुर(व्हीएसआरएस न्यूज) देश में इंदिर गांधी का राज था। अनाज की कमतरता के चलते देश को अनाज की किल्लत से झूजना पड रहा था। इस समस्या को निवारण करने के लिए इंदिर गांधी ने आबादी नियंत्रण योजना लेकर आयी। इस योजना के तहत गांव गांव,शहर शहर में लोगों को जबरन पकडकर नसबंदी की गई। कुत्ता,सांड,बैल की नसबंदी तो सुना है लेकिन पहली बार मगरमच्छ की नसबंदी होते सुन रहे है। जी हां महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के विजापुर रोड में स्थित महात्मा गांधी प्राणी संग्राहलय में बढती मगरमच्छों की आबादी से स्थानीय प्रशासन परेशान हो गया है। अब मगरमच्छों की नसबंदी करने का अनोखा कदम उठाया है।
मगरमच्छ आसपास के निवासी एरिया में घुस रहे है। चिडिया घर प्रशासन को उनकी देखभाल में भारी दिक्कतें आ रही है। सोलापुर में शहर के मध्य हिस्से में एक बडा नाला बहता है जिसमें मगरमच्छों की संख्या ज्यादा दिखाई दे रही है। प्रशासन का कहना है कि वो मगरमच्छ उनका नहीं है। भीमा नदी में बाढ के दौरान बडी संख्या में मगरमच्छ बहकर आए थे ऐसा तर्क दिया जा रहा है। चेन्नई से 7 फुट का मगरमच्छ भी लाया गया ताकि प्रजनन हो सके।