यंगून| रॉयटर्स: म्यांमार में खराब होते हालातों के बीच आज मंगलवार को एक फिर विरोधी सैन्य शासन का विरोध करने वालों की सुरक्षा बलों से झड़प हुई। इस झड़प में जहां 8 लोगों की मौत हो गई है वहीं आठ को गिरफ्तार भी किया गया है।
सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि इस दौरान विरोधियों को रोकने के लिए छोटे और हल्के हथियारों का इस्तेमाल किया गया था। सेना की तरफ से जारी बयान से ये भी साफ हो गया है कि वहां पर हालात लगातार बेकाबू होते जा रहे हैं। रॉयटर्स की खबर के मुताबिक सेना ने देश के सबसे बड़े शहर मेंडले में सेना को बख्तरबंद गाडि़यों के साथ सड़कों पर उतार दिया है।
मेंडले में सुरक्षा बलों से हुई झड़प में दो लोगों की जान गई है। गौरतलब है कि 1 फरवरी 2021 को हुए तख्तापलट के बाद से ही सेना उनके विरोध में उठने वाली हर आवाज को बड़ी ही बेरहमी से कुचल रही है।
म्यांमार में अब सैन्य शासन ने दो-दो हाथ करने के लिए विरोधियों ने भी हथियारबंद ग्रुप की सूरत ले ली है, जिसको पिपुल्स डिफेंस फोर्स कहा जा रहा है। हालांकि इनकी संख्या अभी म्यांमार के छोटे शहरों और कस्बों तक ही सीमित है। रॉयटर्स से फोन पर हुई बातचीत में न्यू पिपुल्स डिफेंस फोर्स का केप्टन बताने वाले तुकतुक नेंग ने कहा कि अब जंग शुरू हो चुकी है। आने वाले दिनों में भी इस तरह की और लड़ाइयां होंगी और ये लंबी चलेगी।
मेंडले में इसी ग्रुप के साथ सेना की झड़प भी हुई है। मंगलवार को सेना ने इनके ठिकानों पर रेड डाली थी। इस दौरान स्थानीय लोगों द्वारा बनाई गई वीडियो में गोलियां चलने की आवाज भी सुनाई दे रही है।
इस पिपुल्स आर्मी का कहना है कि सेना के करीब 20 जवानों ने उनके ठिकानों पर छापा मारा था जिसके बाद दोनों ही तरफ से गोलियां चलाई गईं। सेना ने पूरे इलाके में बख्तरबंद गाडि़यां खड़ी कर दी है।
आपको बताते चले की एक अन्य मिलिशिया ग्रुप के अधिकारी ने बताया है कि उनके छह लोगों को सेना ने गिरफ्तार कर लिया है और दो जवानों की मौत भी हुई है। हालांकि रॉयटर्स ने इस संबंध में जुंता से अधिक जानकारी और सरकार का जवाब जानना चाहा तो उन्होंने किसी का कोई जवाब नहीं दिया।
एक चैनल को मिले एक संदेश में बताया गया कि सेना ने उनके ठिकाने पर हमला किया जिसका उन्होंने मुंहतोड़ जवाब दिया।