बलूचिस्तान, एएनआइ। 225 पाकिस्तानी नागरिकों को ईरान ने देश से निर्वासित कर दिया है। पाकिस्तान के नागरिकों को ईरान ने बलूचिस्तान प्रांत के चगई जिले में ताफ्तान सीमा के माध्यम से सोमवार को वापस भेज दिया। एआरवाई न्यूज के अनुसार इन सभी लोगों को अवैध रूप से ईरान में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। ऐसे पहली बार नहीं है, जब ईरान ने पाकिस्तानियों को निर्वासित किया है। इससे पहले ईरान 600 से अधिक पाकिस्तान के नागरिकों को वापस भेज चुका है।
मिली जानकारी अनुसार ईरानी अधिकारियों ने पाकिस्तानी नागरिकों को लेविस फोर्स के हवाले कर दिया। उन्होंने अवैध रूप से ईरान में प्रवेश किया था और उनके पास वैध यात्रा दस्तावेज नहीं होने के कारण गिरफ्तार किया गया था। लेविस फोर्स ने निर्वासित पाकिस्तानियों को आगे की जांच के लिए संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) को सौंप दिया है।
एआरवाई न्यूज के मुताबिक, पिछले हफ्ते ईरानी अधिकारियों ने अवैध रूप से सीमा पार करने के आरोप में 400 पाकिस्तानी नागरिकों को सीमा अधिकारियों को सौंपा था। इससे पहले अप्रैल में, ईरान ने चगाई जिले के उसी सीमावर्ती शहर के माध्यम से 203 पाकिस्तानियों को निर्वासित किया था। लोग अक्सर हरियाली वाले चरागाहों की तलाश में तुर्की, ग्रीस और अन्य यूरोपीय देशों तक पहुंचने के प्रयास में अवैध रूप से सीमा पार करते हैं और मानव तस्करी रैकेट का आसान शिकार बन जाते हैं।
वही इस बारे मे लेविस फोर्स के एक अधिकारी ने डॉन को बताया कि निर्वासित पाकिस्तानी ईरान में अवैध रूप से प्रवेश करने के बाद बेहतर रोजगार के अवसरों की तलाश में तुर्की और यूरोपीय देशों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे। ईरान और पाकिस्तान की सीमा ईरान के सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत से मिलती है। इसकी लंबाई 959 किलोमीटर (596 मील) है।