पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य सरकार के राष्ट्रीय आरोग्य अभियान के तहत और परिवार नियोजन विभाग की ओर से गर्भवती सक्षमीकरण के लिए लक्षय नामक कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ है। इसके अभियान के तहत पालिका के वायसीएम का चयन किया गया है। इसलिए यहां लेबर रुम समेत ऑपरेशन थिएटर,अत्याधुनिक टेबल,बेड,स्तनपान हॉल,प्रसतिगृह का कायापलट होने जा रहा है। नवजात अर्भक मृत्यू,माताओं की मृत्यू संख्या में कमी लाने के उद्देश्य से यह अभियान को अमल में लाया गया है।
आपको बताते चलें कि वायसीएम में प्रतिवर्ष 10 हजार प्रसूति होती है। कोरोना काल में 280 प्रसूति हुई। वर्तमान में प्रसूति के लिए जगह कम पड रही है। कम से कम 10-12 टेबल की और आवश्यकता है। जबकि वायसीएम में केवल 4 टेबल उपलब्ध है। कर्टन और ब्लॉक की भी आवश्यकता है। हायड्रोक्लोरिक बेड की आवश्यकता है। गर्भवती महिलाओं के लिए इमरजेंसी के वक्त आयसीयू की स्वतंत्र व्यवस्था की जाएगी। ताकि जच्चा और बच्चा दोनों की सुरक्षा की गारंटी दी जा सके।
इस कामों के लिए कुछ डॉक्टरों और नर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा। बालरोग तज्ञ का सुझाव व सलाह लेंगे। शुन्य से 18 महिने के शिशूओं की हर स्तर पर जांच होगी। स्त्री प्रसूति विभाग प्रमुख डॉ. महेश आसलकर ने बताया कि 2017 में स्त्रीप्रसूति विभाग के लिए राज्य सरकार की ओर से मार्गदर्शक सुझाव प्राप्त हुए थे। भोसरी,आकुर्डी,जिजामाता हॉस्पिटलों का समावेश है। अत्याधुनिक पद्धति से प्रसूतिगृह बनने से गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा अधिक प्रबल बनेगी।