पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) अनाथों के सर्वांगीण विकास के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाली और ’अनाथों की मां’ के नाम से जानी जाने वाली वयोवृद्ध सामाजिक कार्यकर्ता 74 वर्षीय सिंधुताई सपकाल का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। तीन दिन बाद उनकी बेटी ममता सिंधुताई को कोरोनरी हृदय रोग का पता चला। सिंधुताई सपकाल के अंतिम संस्कार में ममता के मौजूद रहने से पॉजिटिव हुई,इस अंतिम संस्कार में हजारों की भीड़ उमडी थी। सभी शामिल लोगों की अब चिंत बढ़ने लगी है।
इस बात की जानकारी ममता सिंधुताई ने अपने फेसबुक अकाउंट से पोस्ट कर दी है। ममता ने उनके संपर्क में आए अन्य लोगों से की अपील की है सिंधुताई के पार्थिव शरीर को हडपसर के मंजरी इलाके में स्थित सन्मति बाल निकेतन संस्था लाया गया। इस स्थान पर अंतिम दर्शन करने के बाद उनका अंतिम संस्कार थोसरपगा कब्रिस्तान में भव्य तरीके से किया गया। इस दौरान ममता मौजूद रहीं। सिंधुताई के अंतिम संस्कार और अंतिम संस्कार के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए थे।