नई दिल्ली । व्हीएसआरएस न्यूज़: देश में कोरोना के मामलों में फिर तेजी आती जा रही है और पिछले कुछ दिनों से 45 हजार से अधिक नये मामले रोज सामने आये हैं हालांकि इस बीमारी को मात देने वालों की संख्या में भी औसतन इजाफा हुआ है जिससे सक्रिय मामलों की दर पांच फीसदी से नीचे है। दुनिया में कोरोना वायरस का कहर अभी भी बरकरार है। भारत में कोरोना वायरस के मामले 91 लाख के पार पहुंच गए हैं।
- मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना की स्थिति पर अहम बैठक कर रहे हैं। लेकिन, सबसे खराब स्थिति किसी राज्य की है तो वो दिल्ली की है। देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना से हर रोज सौ से अधिक लोगों की मौत हो रही है।
देश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक मौत हुई है। दिल्ली में सबसे अधिक 121, महाराष्ट्र में 50, पश्चिम बंगाल में 49 तथा उत्तर प्रदेश में 35 कोरोना के मरीजों की मौत हुई है।
प्रधानमंत्री मोदी का जोर “जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं” की नीति पर होगा। प्रधानमंत्री सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनिक प्रमुखों को यह भी बताएंगे वैक्सीन की उपलब्धता होने पर उसके भंडारण, ट्रांसपोर्टेशन और टीकाकरण के प्रबंधन के लिए किस तरह से केंद्र सरकार ने तैयारियां की हैं और उन एसओपी का पालन कर राज्यों को कैसे अपनी भूमिका निभानी है।
कोविड-19 वायरस की वजह से औसतन हर घंटे में 5 लोगों की मौत हो रही है। दिल्ली में लगातार चौथे दिन कोरोना की वजह से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। पिछले 24 घंटे में राजधानी में 121 मरीजों ने दम तोड़ दिया, जबकि इसी दौरान 4454 नए कोरोना मरीज दर्ज किए गए हैं। वहीं 24 घंटे में कोरोना को मात देने वाले लोगों की तादाद 7 हजार से ज्यादा है। हालांकि, कोरोना की वजह से हो रही मौत के बावजूद भी केजरीवाल सरकार लॉकडाउन को दुबारा लगाने के मूड में नहीं है। लेकिन, कई भीड़-भाड़ वाले इलाके को बंद कर दिया गया है।
महाराष्ट्र में कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दे दी है ।सोमवार को 24 घंटे के अंदर 4153 नए केस मिले। 3729 लोग ठीक हुए और 30 की मौत हो गई। 394 एक्टिव केस बढ़े अब तक 17 लाख 84 हजार 361 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 16 लाख 54 हजार 793 लोग रिकवर हो चुके हैं, जबकि जान गंवाने वालों की संख्या अब 46 हजार 653 हो गई है।