बक्सर|व्हीएसआरएस न्यूज: बक्सर जिले में महिला और उसके दो बच्चों के आग में जलकर मरने की घटना में नया मोड़ आ गया है। इस मामले में पहले शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात कही जा रही थी, लेकिन अब मृतका की मां ने दहेज की मांग और अवैध संबंध के लिए हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है। बक्सर मुफ्फसिल थानाक्षेत्र के जरिगावां में शनिवार की सुबह मां के साथ दो बच्चों की जलकर मौत हो गई थी।
पति पर अवैध संबंध का आरोप
मृतका हेवंती देवी की मां के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में दहेज की मांग के साथ अवैध संबंध के कारण हत्या का आरोप लगाते हुए चार लोगों को नामजद किया गया है। मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपित सास को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपित फरार बताए जा रहे हैं। थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने मृतका की मां ने ससुराल वालों पर दहेज में मोटरसाइकिल की मांग के अलावा गांव की ही एक महिला के साथ पति के अवैध संबंध को लेकर आए दिन मारपीट करने का आरोप लगाया है।
पंचायत में भी मामला सुलझाने की हुई थी कोशिश
अपने बयान में मां ने स्पष्ट किया है कि अवैध संबंध को लेकर अभी कुछ ही दिनों पहले गांव में पंचायत भी कराई गई थी, बावजूद इसके आरोपित पति उपेंद्र बिंद की आदतों में कोई सुधार नहीं हुआ था, बल्कि उल्टे और भी ज्यादा उग्र हो गया था। इन्हीं सब कारणों से पति ने ही सोची-समझी साजिश के तहत मां के साथ दोनों बच्चों को भी जलाकर मार डाला। इस मामले में पति उपेंद्र बिंद के अलावा सास, ससुर और जिस महिला से अवैध संबंध था, उसे भी नामजद किया गया है।
बाकी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी
जिस घर में यह पूरा हादसा हुआ, उसी घर के एक कमरे में आरोपित पति उपेंद्र बिंद का छोटा भाई प्रमोद भी रहता है, पर उसके ऊपर कोई आरोप नहीं लगाया गया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मृतक हेवन्ती देवी की सास को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है, जबकि ससुर और पति समेत उक्त महिला भी घटना के बाद से ही फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है।
मिली जानकारी अनुसार शनिवार की अल सुबह चार बजे पेशा से हॉकर का काम करनेवाले प्रमोद ने अपने बड़े भाई उपेंद्र के कमरे से उठते धुंआ और जलने की बदबू मिलने के बाद शोर मचाते हुए आनन-फानन में कमरे के अंदर से बन्द दरवाजा तोड़ने लगा। इस बीच शोर सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीण कमरे के अंदर का हृदयविदारक दृश्य देख कांप उठे। कमरे के अंदर पलंग पर हेवन्ती देवी के साथ ही उसके दो बच्चों रागिनी कुमारी (दो वर्ष) और ढाई माह के मासूम ऋषभ का शरीर जल रहा था और तीनों मृत हो चुके थे। बिल्कुल आराम की मुद्रा में सीधी पड़ी हेवन्ती देवी के सीने से ही ढाई माह का मासूम ऋषभ चिपटा पड़ा था। इस लोमहर्षक दृश्य को जिसने भी एक बार देखा वह दोबारा देखने की हिम्मत नहीं जुटा पाया।
आपको बताते चले की मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गई। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर घटना कैसे घटी है कि आग लगने के बावजूद न तो दो साल की रागिनी ने बचने का कोई प्रयास किया और न ही उसकी मां हेवन्ती देवी ने ही भागने या चिल्लाने की कोशिश की। जिससे मामला पूरी तरह संदेहास्पद बना हुआ है।