पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) शिक्षित दो युवकों ने अपने मौजमस्ती के लिए पुणे,जालना,लातूर,धुले जिले से लगभग 35 महंगी दो पहिया वाहनों की चोरियों की। चोरी की यह गाडियों अपने तीसरे साथी की मदद से सस्ते दामों पर बेचते थे। गाडी के कागजात बाद में देते हैं ऐसा कहकर जो भी पैसा मिलता था उससे मौजमस्ती किया करते थे। पिंपरी चिंचवड शहर डकैती विरोधी दस्ता ने इन जिलास्तरीय चोरों को गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे की और इनके पास से चोरी की 35 गाडियां जब्त की। इन गाडियों की मार्केट कीमत 35 लाख रुपये है। ऐसी जानकारी आज पत्रकार परिषद में पिंपरी चिंचवड शहर के पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने दी। इस अवसर पर अप्पर पुलिस आयुक्त रामनाथ पोकले,डीसीपी(अपराध) सुधीर हिरेमठ,सहायक पुलिस आयुक्त(अपराध)श्रीकांत डिसले,डकैती विरौधी पथक के वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक उत्तम तांगडे,पुलिस उपनिरिक्षक मंगेश भांगे समेत और उनकी उपस्थित थे।
संकेत आनंदा धुमाल उम्र 22,अंबेगांव,श्रीकांत पटाडे उम्र 23,जुन्नर,सुनिल सुक्रे उम्र 26अंबेगांव को गिरफ्तार किया है। पुलिस उपनिरिक्षक मंगेश भांगे को गुप्तचर से मिली जानकारी के आधार पर वखार महामंडल चौक पर पुणे नासिक महामार्ग भोसरी दोनों चोर चोरी की गाडियां बेचने के लिए आ रहे है। एक पथक टीम ने जाल बिछाकर इंतजार कर रही थी लेकिन चोर वहां नहीं आए। एक चोर की आंबेगांव में होने की खबर मिली। डकैती पथक की टीम आंबेगांव रवाना हुई। वहां संकेत धुमाल को 14 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया। धूमाल ने अपने एक साथ श्रीकांत पटाडे का नाम पता बताया उसे गिरफ्तार करने में पुलिस कामयाब रही। उससे पूछताछ के बाद 15 अप्रैल को तीसरे साथी सुनिल सुक्रे को 15 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया। सुनिल के उपर तीन वाहन चोरी के मामले दर्ज है। कोर्ट ने 3 दिन की रिमांड पर भेजा है। रिमांड में कडी पूछताछ के बाद बताया कुल 35 गाडियों की चोरी के बात कबूल की।
पुलिस ने सभी गाडियों को अलग अलग जिलों से जब्त की। संकेत 12 वीं पास है आगे ऑटोमोबाईल की पढाई कर रहा है। भारती विद्यापीठ कात्रज में गेस्ट सर्विसस प्रशिक्षण के समय 10 गाडियां चुराई थी। सुनिल सुक्रे आयआयबीएम चिखली कालेज में होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहा है। आरोपी श्रीकांत के माध्यम से 15-50 हजार में गाडियां बेचने का काम कर रहा था। खुद की गाडी का नंबर प्लेट डालकर कागजात बाद में देता हूं। पैसे की अडचन है ऐसा कहकर आधे पौने दाम में गाडियों को बेच देते थे।
पिंपरी चिंचवड सीमा से 13, पुणे शहर से 10, पुणे ग्रामीण से 24 गाडियां चोरी करने की बात उजागर हुई।