पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड पुलिस के निगडी थाने में तैनात एक पुलिस कर्मचारी ने डिप्टी कमिश्नर के नाम पर शस्त्र लाइसेंस मामले की रिपोर्ट पॉजिटिव देने के बदले आवेदक से 2 लाख रुपये की मांग की। जैसे ही मामला पुलिस आयुक्त के पास पहुंचा, कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने तुरंत संबंधित पुलिस कर्मचारी को निलंबित कर दिया और मामले की जांच शुरू कर दी।
पुलिस नाइक सुभाष विलास बहिरट (नियुक्ति-निगडी पुलिस स्टेशन,प्रतिनियुक्ति-डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस सर्कल वन) निलंबित कर्मचारी का नाम है। पता चला है कि चिंचवड़ के एक व्यक्ति ने आग्नेयास्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। मामला 11 मार्च को पुलिस उपायुक्त सर्कल एक के कार्यालय में आया। इस कार्यालय में नाइक बहिरट हथियारों के लाइसेंस के संचालन,सूचना और निर्वासन के अधिकार की देखरेख करता है। चिंचवड में एक व्यक्ति से बन्दूक का लाइसेंस प्राप्त करने के लिए उपायुक्त सर्किल वन के कार्यालय में मामला दर्ज होने के बाद पुलिस नाइक बहिरट ने आवेदक को तीन बार फोन किया और उपायुक्त के नाम पर 2 लाख रुपये की मांग की। शस्त्र लाइसेंस मामले में रिपोर्ट को सकारात्मक बनाने के लिए उपायुक्त के नाम पर रिश्वत मांगी गई थी।
पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने नाइक बहिराट को नैतिक पतन,भ्रष्टाचार के लिए उकसाने,पुलिस प्रशासन की छवि को धूमिल करने और अभद्र व्यवहार के आरोप में निलंबित कर दिया। सर्कल वन के पुलिस उपायुक्त मंचर इप्पर ने कहा मामले की जांच की जा रही है। ऐसे मामलों की जांच सहायक पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारियों द्वारा की जा रही है। उस जांच से सटीक प्रकृति का पता चलेगा।