पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे के राकांपा विधायक अनिल भोसले को ईडी ने शिवाजी भोसले सहकारी बैंक धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया है। अनिल भोसले को पहले ही पुणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एक बैंक के माध्यम से बेनामी ऋण संवितरण के आरोप में जेल भेज दिया है। अनिल भोसले विधान परिषद में राकांपा के विधायक हैं। भोसले समेत चार लोगों को हथकड़ी लगाई गई है।
किन किन लोगों को किया गिरफ्तार
ईडी के मुंबई जोनल ऑफिस ने शिवाजी भोसले सहकारी बैंक के खिलाफ धोखाधड़ी के लिए कार्रवाई की। एनसीपी विधायक अनिल भोसले शिवाजी भोसले सहकारी बैंक के निदेशक हैं। उसके साथ बैंक के एक अन्य निदेशक सूर्यजी जाधव,सीईओ तानाजी पडवाल और मुख्य लेखाकार शैलेश भोसले को गिरफ्तार किया गया है। अनिल भोसले वर्तमान में पुणे की येरवडा जेल में अपनी सजा काट रहे हैं। विधायक अनिल भोसले सहित चार को 25 फरवरी को पुणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एक बैंक के माध्यम से बेनामी ऋण लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। ईडी ने तब घोटाले के खिलाफ मामला दर्ज किया था। ईडी अधिकारियों ने भोसले को कब्जे में लेने के लिए संबंधित अदालत से एक आदेश जारी किया।
क्या मामला है?
अनिल भोसले,उनकी नगरसेविका पत्नी रश्मि भोसले और 16 अन्य लोगों को शिवाजी भोसले सहकारी बैंक मामले में आरोपी बनाय गया है। उन पर बैंक से 71.78 करोड़ रुपये का गबन करने का आरोप है। ऑडिटर योगेश लकड़े ने जनवरी में शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी।
घोटाले का दायरा 300 करोड़ रुपये तक है
आरोप है कि बैंक के रिकॉर्ड में फर्जी एंट्री दिखाकर घोटाला किया गया। घोटाले का कुल दायरा 300 करोड़ रुपये होने का दावा किया गया है। शेष 222 करोड़ रुपये के घोटाले के खिलाफ मुंबई उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई है। कुछ महीने पहले एक व्यवस्थापक को बैंक में नियुक्त किया गया था। बैंक के वित्तीय लेनदेन के बाद में प्रतिबंधित कर दिया गया था। भोसले के साथ उच्च न्यायालय में दायर याचिका में तत्कालीन सहकारिता मंत्री सुभाष देशमुख को भी दोषी ठहराया गया है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि सुभाष देशमुख भोसले के रिश्तेदार हैं और कार्यवाही में बाधा डालते हैं।
धनंजय मुंडे ने फ्लैटों के लिए 1.43 करोड़ का कर्ज चुकाया –
धनंजय मुंडे के फ्लैट का पैसा दिया। बैंक का कहना है कि धनंजय मुंडे का 1 करोड़ 43 लाख रुपये बकाया है। संजय काकड़े राज्यसभा में भाजपा के सांसद थे। काकड़े और भोसले एक-दूसरे के करीबी माने जाते है।