पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) जहां राज्य सरकार पुलिस बल में बदलाव के कारण विपक्ष से घिरी है,वहीं अब सरकार की परेशानी बढ़ गई है। पुणे जेल अधीक्षक जो अचानक परिवर्तन से परेशान थे। तबादला होने से नाराज जेल अधीक्षक ने राज्य सरकार से इच्छा मृत्यू की अनुमति की मांग की। इससे सरकार का सिरदर्द बढ़ने की संभावना है। विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने गृह मंत्रालय में रैकेट का पर्दाफाश किया है। फडणवीस ने केंद्रीय गृहसचिव के पास शिकायत दर्ज कराई है और सीबीआई जांच की मांग की है। जहां सरकार पर चारों ओर संकट के बादल मंडरा रहे हैं,वहीं पुणे येरवडा जेल के अधीक्षक हीरालाल जाधव ने अपना तबादला के बाद नाराज हो गए और इच्छा मृत्यू की मांग की है। जाधव अचानक हुए इस तबादले से नाराज हैं और उन्होंने कहा है कि अगर उन्हें बिना वजह तबादला किया जाता है तो उन्हें मार दिया जाना चाहिए।
बदलाव के कारण
मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं होने पर मेरे खिलाफ मुकदमा चलाया गया। उन्होंने एक गंभीर आरोप लगाया है कि यह गृह विभाग में वित्तीय कारणों के कारण हो रहा है और यह भी संकेत दिया है कि अगर मुझे मरने की अनुमति नहीं है,तो मैं मान लूंगा कि इसकी अनुमति है।
ट्रांसफर को लेकर सिंह भी परेशान?
सचिन वेज़ मामले में ठाकरे सरकार ने मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से परमबीर सिंह को हटा दिया था। उन्हें होमगार्ड का प्रमुख बनाया गया था। हालांकि सिंह इस बात से नाराज थे कि यह उनका अपमान है। उन्होंने सिंह की जगह लेने का एक कारण भी नहीं बताया। सूत्रों ने कहा कि उन्होंने गृहमंत्री के कार्यों को पर के माध्यम से उजागर किया। क्योंकि उन्हें लगा कि यह होमगार्ड की तरह एक माध्यमिक स्तर का विभाग दिया जाना एक सजा है।
फडणवीस की हत्या
विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने राज्य में ट्रांसफर रैकेट का खुलासा करने के लिए कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी, जबकि सिंह के आरोप नए थे। पुलिस अधिकारी रश्मि शुक्ला की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए फड़णवीस ने दावा किया था कि राज्य में एक बड़ा स्थानान्तरण रैकेट था। उन्होंने कल केंद्रीय गृहसचिव से मुलाकात की थी और इस संबंध में साक्ष्य दिए थे। साथ ही इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की।