पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड शहर के तेज तर्रार,कार्यक्षम,कर्मठ पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने पिंपरी पुलिस थाने के निरिक्षक राजेंद्र निकालजे(अपराध) और उपनिरिक्षक एस एस जाधव को सस्पेंड कर दिया है। एक प्रकरण में धारा 307 की जगह 324 में बदलने का आरोप लगा है। इस प्रकरण में आरोपी को कोर्ट से आसानी से जमानत मिल गया था।
उपनिरिक्षक जाधव ने आरोपी के ऊपर लगे डकैती की धारा को कम करने से संबंधित कोर्ट में लिखित रिपोर्ट पेश किया। जिसके कारण आरोपी को कोर्ट से जमानत मंजूर हो गई। दोनों पुलिस अधिकारी आरोपियों के अपराधों में हल्की कानून की धाराएं लगाकर जमानत मिलने में मदद की। यह बात संज्ञान में आते ही पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश एक्शन में आए और कल शाम पुलिस निरिक्षक राजेंद्र निकालजे और उपनिरिक्षक जाधव को सस्पेंड करने का निर्देश जारी किया।
इससे पहले कृष्ण प्रकाश ने चिंचवड के वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक रविंद्र जाधव को सस्पेंड कर चुके है। एक महिने के भीतर तीन पुलिस वाले नप चुके है। कुछ और पुलिस वालों के पुराने रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है। आने वाले दिनों में कुछ और पुलिस वाले नप सकते हैं ऐसी चर्चा है। फिलहाल निलंबन से पुलिस महकमे में हडकंप मचा हुआ है। पिंपरी चिंचवड शहर पुलिस आयुक्तालय बनने के बाद पिछले दो आयुक्तों के कार्यकाल में पुलिस कर्मचारियों में रिश्वत लेने की होड मची थी। करप्शन अपने चरम सीमा तक पहुंच चुका था। अवैध धंधे के नाम पर,पुलिस थानों में आरोपियों को मदद के नाम पर रिश्वत लेने का सिलसिला चल पडा था। लेकिन कृष्ण प्रकाश के आने के बाद रिश्वतखोर पुलिस वालों पर धडल्ले से कार्रवाई हो रही है। हाल ही में पिंपरी के शगुन चौक में एक महिला ट्रॉपिक पुलिस कर्मचारी रिश्वत लेते देखी गई। जिसका वीडियो महाराष्ट्र भर में वायरल हुआ। महिला कर्मचारी को सस्पेंड किया गया। सांगवी पुलिस के एक पुलिस उपनिरिक्षक रिश्वत लेने के मामले में सस्पेंड हुआ।
कृष्ण प्रकाश केवल शहर के करप्शन की साफ सफाई नहीं कर रहे बल्कि अपने पुलिस विभाग में करप्शन में लिप्त पुलिस वालों की भी साफ सफाई कर रहे है। ताकि पुलिस महकमे में अच्छा संदेश जाए। काम में पारदर्शता आए और पुलिस के प्रति शहर की जनता के मन में जो नाकारात्मक छवि बनी वो साकारात्मक में बदले और पुलिस से न्याय मिलेगा ऐसा विश्वास पैदा हो।