पिंपरी- एक महिला का सातवें महिने में गर्भपात हो गया था लेकिन इस बात को वे अपने पति से छुपा कर रखी।एक चार महिने की नवजात बच्ची का अपहरण करके अपनी बच्ची के रुप में पति के सामने महिला पेश की। नवजात को अपहरण मामले में बीड जिले के अंबेजोगाई से रानी शिवाजी यादव नामक महिला को पुलिस ने गिरफ्तार किया और बच्ची को उसके चुंगल से आजाद करायी। पुलिस को मूल माता पिता की तलाश है। फरियादी राजेंद्र प्रभाकर नागपुरे पालक नहीं है। ऐसी जानकारी पत्रकार परिषद में पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने दी।
पुलिस के अनुसार राजेंद्र प्रभाकर नागपुरे से चार महिने की बच्ची का चाकण परिसर से अपहरण किया गया। रानी काम की तलाश में यहां आयी थी। राजेंद्र के पास काम मिला। विश्वास जीता फिर चार महिने की बच्ची धनश्री का अपहरण करके फरार हो गई। राजेंद्र ने चाकण पुलिस में फरियाद दर्ज करायी थी। पुलिस तलाश करके रानी यादव को बीड जिला के अंबेजोगाई के कुत्तर विहिर से गिरफ्तार की। धनश्री के जन्म का भी अजीब कहानी है। प्रेम संबंध में एक प्रायवेट हॉस्टिपल में जन्म हुआ। राजेंद्र नागपुरे और उसकी पत्नी ने उसका लालन पालन करने की जिम्मेदारी उठा रहे थे। पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने मूल माता-पिता से धनश्री की जिम्मेदारी स्वीकार करने की अपील की है।