पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) कालेवाडी में इन दिनों भाईगिरी का आतंक है। हर गली मुहल्ले,चौक चौराहे पर भाईगिरी की दहशत से आम जनता बेहद परेशान है। कालेवाडी परिसर का राजवाडेनगर भारत माता चौक,तापकीर चौक,अयप्पा मंदिर से पिंपरी गांव कालेवाडी पुल तक,पवनानगर,नढेनगर संवेदनशील है। आए दिन दुकानदारों,टपरी धारकों,ठेला वालों से गुंडा टैक्स,फिरौती,राहगिरों से छीना झपटी,गाडी से धडक मारना फिर दादागिरी करके पैसा वसूलने जैसी घटनाएं हो रही है। फिर भी कोई सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है जिसके चलते भाईगिरी करने वालों के हौसले बुलंद है। ऐसे चौक चौराहों पर पुलिस गश्त बढाने या रात के समय बंदोबस्त के लिए एक पुलिस कर्मचारी की डियूटी लगाने की मांग पुलिस आयुक्त से की गई है लेकिन अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया जिससे दहशत,गुंडागर्दी दिनों दिन बढती जा रही है और आज नागरिकों का जीना मुश्किल हो गया है। महिलाओं,युवतियों के साथ छेडखानी,अश्लील हरकतें करना,गले से सोने की चेन,मंगलसूत्र की छीना झपटी की वारदातों में इजाफा हुआ है। ऐसा ही एक ताजा उदाहरण 12 मार्च के दिन कालेवाडी के पवनानगर परिसर में घटी।
सिगरेट का पैसा मांगने वाला गुंडा एक टपरी धारक को कोयता,लोहे की रॉड दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। टपरी का सारा सामान की तोडफोड की और फेंकने का काम किया। मुझे हफ्ता दो मैं यहां का दादा हूं,जो हमको हफ्ता नहीं देगा उसकी ऐसी ही गेम बजाएंगे। ऐसे गुंडों के हौसले क्यों बुलंद है? इसके पीछे कारण है कि अगर किसी ने इनके विरुद्ध शिकायत दर्ज कराने चौकी तक जाता है तो स्थानीय नगरसेवकों का फोन बचाने,छोड देने के लिए आ जाता है। पुलिस भी चौकी स्तर पर सेटलमेंट करके मामला रफा दफा कर देती है। जिसके कारण इनका हौसला और बढ जाता है फिर अपने भाईगिरी के धंधे में लग जाते है।
पवनानगर में भाईगिरी करके गुंडा टैक्स मांगने वाले वैभव गायकवाड,आदित्य चोथे,मिथुन उर्फ मितेश जाधव,सागर दिवे,सचिन उर्फ बॉण्ड के विरुद्ध वाकड पुलिस में अपराध दर्ज हुआ है। दिपक मुंगसे उम्र 23 नि.कालेवाडी ने फरियाद दी है। फरियादी मुंगसे की ज्योतिबा गार्डन,पवनानगर में एक पान टपरी है। आरोपी इसकी टपरी से सिगरेट का पाकिट लिया। मुंगसे ने पैसा मांगा। इस बात को लेकर आरोपी अपने अन्य साथीदारों को लेकर आया। कोयता,रॉड दिखाकर दिनभर की कमाई 3 हजार रुपये गल्ले लूटा। परसों सिगरेट का पैसा मेरे से क्यों मांगा,अब तूझे दिखाता हूं ऐसा कहकर टपरी का सारा सामान फेंकने लगा। हम इस एरिया के भाई है हमको हफ्ता देना वर्ना तेरा गेम बजा देंगे ऐसी धमकी दी। ऐसे गुंडों के नाक में नकेल कब लगेगी? ऐसे गुंडों के लिए पुलिस विभाग में गुंडा स्कॉट बनाया गया है। गुंडा स्कॉट संभालने वाले पुलिस अधिकारी,कर्मचारी ऐसे गुंडों से बेखबर कैसे? सारा काम अगर स्थानीय पुलिस करेगी तो फिर गुंडा स्कॉट का क्या काम? कालेवाडी से गुंडों का आतंक कब खत्म होगा? ऐसा सवाल कालेवाडी की आम जनता अब पुलिस से पूछ रही है।