पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे के हिंजवड़ी में एक कंप्यूटर इंजीनियर के कंप्यूटर इंजीनियर के मोबाइल फोन और नाम का इस्तेमाल कर 11 लाख रुपये की ठगी की गई है। इस मामले में (वरुण संजय कुमार तिवारी,24) ने हिंजवाड़ी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। मंजूनाथ शेट्टी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक वादी और आरोपी दोनों की पहचान पहले से है। वादी हिंजवड़ी में एक प्रतिष्ठित कंपनी में कंप्यूटर इंजीनियर है। इस बीच आरोपी स्वरूप ने वरुण से एक फ्लैट के लिए 10 लाख रुपये की मांग की थी। तब उन्होंने देने से इंकार कर दिया। तब आरोपी ने वरुण से कहा कि उसने तुम्हारे बैंक खाते में 10 लाख रुपये भेजे हैं। इसे मुझे नकद में दे दो। उन्होंने हाँ कहा। स्वरूप ने उन्हें एसबीआई मणिपाल बैंक से एक संदेश दिखाया कि उन्होंने आरटीजीएस के माध्यम से 10 लाख रुपये का भुगतान किया था। हालांकि पैसा वादी के बैंक खाते में जमा नहीं किया गया था। तब आरोपियों ने दिखाया कि 10 लाख रुपये की ऋण राशि वादी के नाम पर ऑनलाइन सिटीबैंक पोर्टल पर जमा की गई थी।
उन्होंने कहा कि पोर्टल सिटी बैंक मैनेजर का है। इसलिए आरोपी को जानकारी दी गई। वादी ने कहा कि आपने यह कहते हुए इंकम टैक्स का भुगतान किया कि आपने धन हस्तांतरित कर दिया था। हालांकि उन्हें डर था कि अगर उन्होंने टैक्स नहीं भरा तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कर चुकाने के लिए दूसरों की मदद ली। उनसे पैसे लिए। हालांकि इस बीच स्वरूप ने वादी से 4 लाख रुपये का ऋण लिया और विभिन्न स्थानों और ऐप से अपने नाम और मोबाइल का उपयोग किया। इतना ही नहीं वादी को बताया गया था कि उसने क्रेडिट कार्ड लेकर लाखों रुपये निकालने के लिए करों में कुल 11 लाख रुपये का भुगतान किया था। हालांकि अगले दिन आरोपी स्वरूप को हिंजवडी कर्नाटक पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद वह वादी से समझा गया कि उसे धोखा दिया गया था। हिंजवड़ी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। घटना की आगे की जांच सहायक पुलिस निरीक्षक शशिकांत डेंडेगे कर रहे हैं।