कोलकाता। व्हीएसआरएस न्यूज: बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पेगासस जासूसी मामले में जारी सियासत के बीच बड़ा कदम उठाते हुए आज सोमवार को जांच आयोग का गठन करने की घोषणा की। सुप्रीम कोर्ट एवं कलकत्ता हाई कोर्ट के दो पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच आयोग का गठन किया गया है। चार दिवसीय दौरे पर दिल्ली रवाना होने से पहले ममता की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल (कैबिनेट) की विशेष बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक के बाद राज्य सचिवालय नवान्न में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में ममता ने इसका एलान किया।
इस मामले में बंगाल पहला राज्य है, जहां जांच आयोग का गठन किया गया है। इसके साथ ही दिल्ली रवाना होने से पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। ममता ने कहा कि पेगासस के नाम पर न्यायालय से लेकर सभी को नजरबंदी करके रखा है। उन्हें विश्वास था कि केंद्र सरकार जांच कराएगी। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से भी अनुरोध किया था कि वह पेगासस स्पाईवेयर का इस्तेमाल करके नेताओं, कार्यकर्ताओं, पत्रकारों आदि को निशाना बनाने वाले कथित जासूसी प्रकरण का संज्ञान ले।
वही ममता ने कहा कि उनके आह्वान के बाद भी केंद्र सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है। इस कारण उन्हें बाध्य होकर यह निर्णय लेना पड़ा है। ममता ने दावा किया, ‘हमारे फोन भी टैप किए जा रहे हैं। न केवल टेप किए जा रहे हैं..यह एक रिकॉर्डर की तरह है। विपक्ष के सारे नेता जानते हैं कि हमारे फोन टेप किए जा रहे हैं।’
ममता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश के नेतृत्व में जांच की जाएगी। वह देखेंगे कि कौन हैकिंग कर रहा है और कैसे कर रहा है और किस तरह से सभी का मुंह बंद कर दिया है। कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ज्योतिर्मय भट्टाचार्य और न्यायाधीश मदन भीमराव लोकुर के नेतृत्व में जांच आयोग का गठन किया गया है। लोकुर सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश रह चुके हैं।
ममता ने सुप्रीम कोर्ट से जांच का किया था अनुरोध
हालाँकि इसके पहले ममता ने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया था कि वह पेगासस स्पाईवेयर का इस्तेमाल करके नेताओं, कार्यकर्ताओं, पत्रकारों आदि को निशाना बनाने वाले कथित जासूसी प्रकरण का संज्ञान ले।
ममता ने अपने फोन के कैमरे पर चिपका दिया है टेप
आपको बताते चले कि इसके पहले मुख्यमंत्री ने अपने फोन के कैमरे पर मोदी सरकार द्वारा कथित जासूसी के विरोध में हाल में टेप चिपका दिया था। दरअसल ममता व उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी (उनके भतीजे) और प्रशांत किशोर (चुनाव रणनीतिकार) की कथित जासूसी को लेकर हमलावर हैं। तृणमूल पेगासस के मुद्दे पर लगातार भाजपा सरकार पर हमला बोल रही है और पार्टी के सांसद लगातार सदन में भी प्रदर्शन कर रहे हैं।