लखनऊ| व्हीएसआरएस न्यूज: वैश्विक महामारी से बचने के लिए लागू आंशिक कोरोना कर्फ्यू के सकारात्मक परिणाम योगी सरकार को नजर आ रहे हैं। लिहाजा, एक बार फिर कोरोना कर्फ्यू को बढ़ाकर 24 मई तक के लिए कर दिया गया है। इसके अलावा कई महत्वपूर्ण फैसलों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अन्य मंत्रियों की वर्चुअल बैठक में सहमति बनी। इसमें पंद्रह करोड़ प्रदेशवासियों को तीन माह तक निश्शुल्क गेहूं और चावल और करीब एक करोड़ गरीब-मजदूरों को एक माह के लिए एक हजार रुपये भरण-पोषण भत्ता दिया जाने का निर्णय अहम है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शनिवार को प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक हुई। इसमें निर्णय लिया गया कि अभी जो कोरोना कर्फ्यू 17 मई यानी सोमवार तक के लिए बढ़ाया गया था, अब उसे एक बार फिर 24 मई तक के लिए विस्तार दिया जाए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आंशिक कोरोना कर्फ्यू के माध्यम से प्रदेश में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने में बड़ी मदद मिल रही है।
विवि और डिग्री कॉलेजों में 20 से ऑनलाइन क्लास
विश्वविद्यालयों, डिग्री कॉलेजों और स्कूलों में 20 मई से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने का फैसला किया गया है। उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि ऑनलाइन कक्षाएं चलाने के लिए उच्च शिक्षण संस्थान व माध्यमिक स्कूल ऐसे विद्यार्थी को पढ़ने के लिए बाध्य नहीं करेंगे, जिनके परिवार के सदस्य संक्रमित हैं या फिर वह खुद संक्रमित हैं।
शिक्षकों पर पढ़ाने के लिए नहीं बना सकेंगे दबाव
जिन शिक्षकों के परिवार के लोग या फिर वह खुद संक्रमित हैं, उन पर पढ़ाने के लिए दबाव नहीं बनाया जाएगा। सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिए जा रहे हैं कि वह ऑनलाइन कक्षाओं की निगरानी करें और जोर-जबरदस्ती होने पर स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। इसी तरह कुलपति, जिला अधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक जिले में कोरोना की स्थिति का आकलन करेंगे व ऑनलाइन कक्षाएं चलाने की अनुमति देंगे।
दिहाड़ी श्रमिकों को एक हजार रुपये भत्ता मिलेगा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान कहा कि शहरी क्षेत्रों में दैनिक रूप से काम कर जीविकोपार्जन करने वाले ठेला, खोमचा, रेहड़ी, खोखा आदि लगाने वाले पटरी दुकानदारों, दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा, ई-रिक्शा चालक, पल्लेदार सहित नाविकों, नाई, धोबी, मोची, हलवाई आदि जैसे परंपरागत कामगारों को एक माह के लिए एक हजार रुपये का भरण-पोषण भत्ता देने के निर्देश दिए। इससे लगभग एक करोड़ गरीबों को राहत मिलेगी।
तीन माह तक निश्शुल्क गेहूं और चावल
आपको बताते चले कि कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों में गरीबों और जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य सरकार द्वारा अन्त्योदय और पात्र गृहस्थी श्रेणी के राशनकार्ड धारकों को तीन माह के लिए प्रति यूनिट तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल निश्शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। इस तरह प्रति यूनिट पांच किलो निश्शुल्क खाद्यान्न जरूरतमंदों को मिलेगा। इससे प्रदेश की लगभग 15 करोड़ जनसंख्या लाभान्वित होगी।