लखनऊ| व्हीएसआरएस न्यूज: वैश्विक महामारी कोरोना काल में हज यात्रा को लेकर सऊदी सरकार ने विदेशी लोगों के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं, इससे जनपद भर के लोगों में खुशी की लहर हैं। हिजरी के 12 इस्लामिक महीने हिलहज्जा में हज अदा किया जाता हैं। अब हज अदा करने के लिए आजमीने हज को यात्रा शुरू करने से पूर्व, 72 घंटे भीतर की आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट देनी होगी। साथ ही यह प्रमाणपत्र भी देना होगा कि पिछले छह माह में वे किसी अस्पताल में भर्ती नहीं हुए हैं और यह भी कि वह कोविड 19 महामारी के बीच हज करने के इच्छुक हैं।
कल सोमवार को खादिमुल हुज्जाज (हज सेवक) एवं मुस्लिम फंड ट्रस्ट के प्रबंधक मोहम्मद सुहैल सिद्दीकी ने बताया कि सऊदी सरकार द्वारा घोषित 60 हजार हाजियों में 15 हजार लोगों का कोटा अरब के लोगों के लिए सुरक्षित किया गया है। इसलिए अब कि पूरी दुनिया से केवल 45 हजार खुशकिस्मत लोग ही इस वर्ष हज का फरीजा अदा कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि उम्मीद है कि सऊदी सरकार एक सप्ताह के भीतर यह भी ऐलान कर देगी कि किस देश के कितने लोगों को हज के लिए सऊदी अरब आने की अनुमती दी जाएगी। हिन्दुस्तान का कोटा निर्धारित होने के बाद उसे प्रांत स्तर पर बांटा जाएगा। इसलिए जो लोग इस वर्ष हज यात्रा पर जाना चाहते हैं वह तैयारी शुरू कर दें और साथ-साथ अपने कागजात भी पूरे कर लें।
इसके अनुसार आजमीने हज को सऊदी अरब में प्रवेश करने से पहले कोविड वैक्सीन की पूरी डोज लेना अनिवार्य है। यदि दो डोज की वैक्सीन है तो सऊदी में प्रवेश करने के कम से कम 14 दिन पहले दूसरी डोज ली गई हो। यदि सिंगल डोज वैक्सीन है तो वह भी कम से कम 14 दिन पहले लगाई गई हो। सभी आजमीने हज को अपने देश की मान्य लैब से आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट भी पेश करनी होगी। यह रिपोर्ट यात्रा करने के 72 घंटे के भीतर की होनी चाहिए।
60 वर्ष से ऊपर वालों की कैंसिल होगी ऐप्लिकेशन
हज कमेटी ने कहा कि इस वर्ष हज यात्रियों की एप्लिकेशन प्रोवेन्शियल बेसिस पर लिए गए थे, क्योंकि सऊदी अरब से हज को लेकर कोई गाइडलाइन तब तक जारी नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि हमने 18 से 65 वर्ष के लोगों की एप्लीकेशन ली थी लेकिन सऊदी हुकूमत की गाइडलाइन आने के बाद अब 60 वर्ष से ऊपर वाले लोगों की एप्लिकेशन कैंसिल की जाएगी।
लखनऊ से 350 लोगों ने किया है आवेदन
मुकद्दस हज यात्रा में इस बार प्रदेश से कुल 6367 यात्रियों ने हज के लिए आवेदन किए हैं। इसमें लखनऊ से करीब 350 लोगों ने आवेदन किए हैं। पिछले वर्षों की अगर बात की जाए तो हज यात्रा में तीस हजार से ज़्यादा संख्या में लोग हज पर जाते थे। कोरोना महामारी से पहले हर वर्ष प्रदेश से तकरीबन 32 हजार हज यात्री सऊदी अरब जाते थे।
को-वैक्सीन वालों को मुश्किल
हज यात्रा के लिए सऊदी गाइडलाइन में दो वैक्सीन लगवाना जरूरी है, लेकिन गाइडलाइन में को वैक्सीन को मान्यता नहीं दी गई है। ऐसे में सिर्फ कोविड शील्ड की दो खुराक लेना जरूरी है। ऐसे में जिन आवेदकों ने को-वक्सीन लगवाई है, उनका जाना अब मुश्किल है।
हज सचिव राहुल गुप्ता ने बताया, हज यात्रा के लिए हम लोग अपनी ओर से पूरी तैयारी कर रहे हैं। हज यात्रा के लिए अभी हमें लिखित में कोई आदेश नहीं मिला है। हमें अभी सिर्फ गाइडलाइन की जानकारी मिली है, जिसे हमने वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है
तवक्क्लना एप पर देनी होगी जानकारी
आपको बताते चले की आजमीने हज को सऊदी अरब पहुंचने पर अपने स्मार्ट फोन में तवक्क्लना नाम का एप डाउनलोड करना होगा। इस एप पर ही सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड किए जाएंगे। आजमीने हज को इस एप पर वैक्सिनेशन सर्टिफिकेट भी अपलोड करना होगा।