चित्रकूट| व्हीएसआरएस न्यूज: अमावस्या पर प्रभु श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में मंदाकिनी स्नान और भगवान कामतानाथ के दर्शन पूजन के लिए सोमवार भोर पहर से ही श्रद्धालुओं का ऐसा सैलाब उमड़ा कि सभी तीर्थस्थल पर लाखों श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाई और कामदगिरि की परिक्रमा करके संकट दूर करने की कामना की। यूपी के शहरों समेत आसपास के राज्यों से आए श्रद्धालुओं का भोर पहर से मंदाकिनी स्नान का सिलसिला शुरू हो गया। मुख्य स्नान मंगलवार को बताया जा रहा है, जिसे देखते हुए और भीड़ बढ़ने के आसार हैं। हमीरपुर, महोबा, बांदा, छतरपुर और पन्ना आदि जिलों से श्रद्धालु पैदल ही चित्रकूट पहुंचे रहे हैं।
कोविड संक्रमण काल को देखते हुए जिला प्रशासन ने लोगों से घर में रहकर पूजा अर्चना की अपील की थी लेकिन आस्था के सामने अपील बौनी साबित हुई। भदई अमावस्या पर चित्रकूट के रामघाट पर सोमवार भोर पहर से श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा । श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी नदी में स्नान करने के बाद भगवान कामतानाथ के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो सुबह से लाखों श्रद्धालु मंदाकिनी में डुबकी लगा चुके हैं।
कामदगिरि प्रमुख द्वार पर पैर रखने की जगह नहीं है और परिक्रमा पथ श्रद्धालुओं से भरा नजर आ रहा है। तेज धूप और उमस के बीच श्रद्धालुओं पसीना-पसीना हो रहे हैं और परिक्रमा पूरी कर रहे हैं। हनुमानधारा, जानकीकुंड, स्फटिक शिला, सती अनुसुइया आश्रम, गुप्त गोदावरी, रामशैय्या आदि धार्मिक स्थल जय सियाराम और सीताराम के जयकारों के गूंजे रहे हैं। धर्मनगरी चारों ओर प्रभु की भक्ति में डूबी नजर आ रही है। कामदगिरि प्राचीन मुखारबिंद के महंत भरतशरण दास ने बताया कि भदई अमावस्या में मंदाकिनी स्नान व कामदगिरि परिक्रमा का विशेष महत्व है। किसान अच्छी उपज के लिए कामना के लिए चित्रकूट आते हैं।
मेला पर अधिकारियों की रही नजर
आपको बताते चले कि अमावस्या मेला का जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल व पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने जायजा लिया। रामघाट व परिक्रमा मार्ग में अधिकारियों के साथ पहुंचे। एसडीएम कर्वी पूजा यादव ने पुलिस अधिकारियों के साथ मेला क्षेत्र में भ्रमण किया।
जोनल तथा सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए कि पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर मेला को संपन्न कराएं। सीओ सिटी शीतला प्रसाद पांडेय, कोतवाल वीरेंद्र त्रिपाठी, चौकी प्रभारी सीतापुर रामवीर रहे।