गाजियाबाद| व्हीएसआरएस न्यूज: गाजियाबाद एक ऐसा इलाका है, जो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटा हुआ है। लेकिन, इसके बावजूद यहाँ डासना में स्थित शिव-शक्ति धाम पर खतरा कम नहीं हो रहा है। अब इस मंदिर में फिर से दो साधुओं पर चाकुओं से हमले की घटना सामने आई है। दोनों साधुओं पर जानलेवा हमले के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। घटना की सूचना के बाद मंदिर प्रबंधन सहित आसपास के हिन्दुओं में भी आक्रोश का माहौल है।
साधुओं पर हुए जानलेवा हमले की जानकारी सामने आते ही मंदिर प्रबंधन से जुड़े पदाधिकारियों के साथ आसपास लोगों में भी बड़ी नाराजगी है। एक दैनिक समाचार पत्रिका के मुताबिक, मसूरी थाना क्षेत्र के डासना देवी मंदिर परिसर में सो रहे साधु पर चाकुओं से हमला हुआ है। इसमें दोनों बुरी तरह से घायल हुए हैं। साधुओं पर जानलेवा हमले की यह घटना मंगलवार सुबह 4 बजे है। सूचना पर दोनों साधुओं को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इसी के साथ ही गाजियाबाद पुलिस पूरी मामले की जांच में जुट गई है। उधर, स्थानीय लोग मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं।
मिली प्राथमिक जानकारी के अनुसार मंदिर परिसहर में सो रहे जिन दो साधुओं पर हमला हुआ है, उनमें से एक का नाम नरेशानंद स्वामी है और वह बिहार के दरभंगा के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि नरेशानंद स्वामी समेत अन्य साधु पर मंगलवार सुबह 4 बजे के आसपास बदमाशों ने मंदिर परिसर में घुसकर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। साधुओं पर सोते समय हमला हुआ। नरेशानंद बिहार से कुछ दिनों के लिए इस मंदिर में आए हुए थे। हमलावर हमला करने के बाद वहां से फरार हो गए।
फ़िलहाल घायल साधु को गाजियाबाद के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जिस मंदिर में साधु पर हमला हुआ, वो गाजियाबाद का वही देवी मंदिर है, जिसके पुजारी नरसिंहानंद बयानों की वजह से हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। वहीं महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के करीबी अनिल यादव ने इस घटना पर बयान देते हुए कहा, “हमला करने वाले इस्लामी जिहादी हैं। वह पहले भी कई बार मंदिर में घुस चुके हैं।
रात महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती नहीं मिले तो दूसरे स्वामीजी पर हमला कर दिया।” घायल नरेशानंद महंत यति के शिष्य हैं। मंदिर प्रबंधन के लोगों का कहना है कि ये लोग महंत यति की हत्या के इरादे से ही आए थे। एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने बताया कि बिहार के समस्तीपुर निवासी स्वामी नरेश आनंद सरस्वती (58) बीते 7 अगस्त को कार्यक्रम में शामिल होने मंदिर आए थे।
‘दैनिक भास्कर’ के पत्रकार सचिन गुप्ता ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी है कि पुलिस को डासना देवी मंदिर से दो पेपर कटर मिले हैं। संभवतः इन्हीं से साधुओं पर हमला हुआ। मंदिर परिसर के CCTV बंद मिले हैं। मंदिर गेट पर 24 घंटे तैनात रहने वाली पुलिस पिकेट को 15 मिनट बाद इस हमले की सूचना अंदर से दी गई। उन्होंने एक घायल साधु की तस्वीर भी शेयर की, जिन्हें खून से लथपथ देखा जा सकता है।
यहां पर गौर करने वाली बात तो यह है कि नरसिंहानंद को कई बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी है, जिसके बाद 24 घंटे मंदिर और पुजारियों की सुरक्षा के लिए पुलिस का पहरा रहता है, इसके बावजूद हमला होना हैरानी की बात है। यही वजह है कि साधुओं पर हमले को लेकर सवाल उठ रहे हैं। मंदिर के लोगों ने बताया कि नरेशानंद स्वामी नरसिंहानंद के शिष्य हैं। वहीं, गाजियाबाद पुलिस का कहना है कि जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही दोषी को गिरफ्तार कर एक्शन लिया जाएगा।
आपको बताते चले कि हाल ही में राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) को गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया था। यह निर्देश उनके कथित भाषण का वीडियो ट्विटर पर वायरल होने के बाद आया था। वीडियो में यति नरसिंहानंद ने कहा था, “ज्यादातर कॉलगर्ल हिंदू महिलाएँ होती हैं। ये वो महिलाएँ होती हैं, जो प्रेम के चक्कर में जेहादी मुस्लिमों के चंगुल में फँसकर अपनी फोटो खिंचवा बैठती हैं।