कानपुर| व्हीएसआरएस न्यूज़: कानपुर में काकादेव निवासी मूक-बधिर छात्र आदित्य गुप्ता के धर्म परिवर्तन करने की एक-एक बात परिजनों ने कल्याणपुर पुलिस को बताई थी। कार्रवाई के बजाय पुलिस अपहरण का केस दर्ज कर हाथ पर हाथ धरकर बैठ गई। आदित्य की मां लक्ष्मी के मुताबिक उनका बेटा 10 मार्च को घर से लापता हुआ था।
तब उन्हें बेटे के धर्मांतरण की जानकारी थी। 12 अप्रैल को उन्होंने कल्याणपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। परिजनों ने बताया कि उन्होंने पुलिस को आदित्य के धर्म परिवर्तन के बारे में जानकारी दी थी। यह भी बताया कि वह केरल निवासी साबिर और शाहद के संपर्क में हैं। उनका मोबाइल नंबर भी दिया।
वही पुलिस ने सीडीआर तो निकलवाई पर कार्रवाई नहीं की। तब कल्याणपुर में इंस्पेक्टर जनार्दन प्रताप सिंह थे। उनके निलंबन के बाद आए वीर सिंह ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस उसी समय सक्रिय हो जाती तो धर्मांतरण के खेल का खुलासा पहले ही हो जाता।
कानपुर में काकादेव निवासी मूक-बधिर छात्र आदित्य गुप्ता के धर्म परिवर्तन करने की एक-एक बात परिजनों ने कल्याणपुर पुलिस को बताई थी। कार्रवाई के बजाय पुलिस अपहरण का केस दर्ज कर हाथ पर हाथ धरकर बैठ गई। आदित्य की मां लक्ष्मी के मुताबिक उनका बेटा 10 मार्च को घर से लापता हुआ था।
तब उन्हें बेटे के धर्मांतरण की जानकारी थी। 12 अप्रैल को उन्होंने कल्याणपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। परिजनों ने बताया कि उन्होंने पुलिस को आदित्य के धर्म परिवर्तन के बारे में जानकारी दी थी। यह भी बताया कि वह केरल निवासी साबिर और शाहद के संपर्क में हैं। उनका मोबाइल नंबर भी दिया।
पुलिस ने सीडीआर तो निकलवाई पर कार्रवाई नहीं की। तब कल्याणपुर में इंस्पेक्टर जनार्दन प्रताप सिंह थे। उनके निलंबन के बाद आए वीर सिंह ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस उसी समय सक्रिय हो जाती तो धर्मांतरण के खेल का खुलासा पहले ही हो जाता।
पुलिस से शिकायत पर जताई नाराजगी
घर लौटने पर आदित्य को पता चला कि परिजनों ने पुलिस को जानकारी देकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसे लेकर उसने घरवालों पर नाराजगी जताई। पूछा कि ऐसा क्यों किया, शिकायत वापस ले लो। यह भी कहा कि अब पुलिस से कोई बात नहीं की जाएगी।
एक साल बाद फिर चला जाऊंगा
आपको बताते चले की आरोपियों ने आदित्य का जबरदस्त तरीके से माइंड वॉश कर दिया है। अभी भी वह सामान्य नहीं है। आदित्य ने परिजनों से कहा कि अगले साल ईद पर वापस उन्हीं लोगों के पास चला जाएगा। जाते समय उसे कोई न रोके। इससे आशंका है कि उसको आतंकी संगठन से जुड़े लोग ट्रेंड कर रहे थे।
यह कहकर गायब हुआ था आदित्य
परिजनों ने बताया कि नौ मार्च को आदित्य ने कहा था कि जरीब चौकी के पास एक गल्ले की दुकान पर उसकी नौकरी लग गई है। परिजनों ने उससे कहा था कि वे खुद पहले मालिक से मिलेंगे, तब नौकरी शुरू करना। 10 मार्च को आदित्य यह बोलकर निकला कि पहले दिन काम कर लूं, फिर ले चलूंगा। तभी वह लापता हो गया था। वह सीधे केरल पहुंचा था। किराये पर रहने से लेकर पूरी व्यवस्था आरोपियों ने ही कराई थी।
आदित्य ने लिखा आई लव यू मम्मी
वही परिजनों ने बताया कि जब आदित्य को बताया गया कि उसकी मां बीमार है। हालात नाजुक है। तब आदित्य का दिल पसीजा। उसने मैसेज में आई लव यू मम्मी लिखा। इसी वजह से वह घर लौटा। फिलहाल वो सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में रहेगा